नशे के कारोबारी उडवा रहे सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां
बयाना भरतपुर
बयाना 13 जून। कोरोना संकट की इस आपातकालीन घडी में जहां शासन प्रशासन सहित तमाम कोरोना वाॅरियर्स व अन्य लोग कोरोना संकट के निदान के लिए दिनरात जूझ रहे है और मध्यम वर्ग व छोटे व्यवसायी सहित ठेले व दिहाडी मजदूर एवं गरीब तबके के लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे है। वहीं कस्बे में नशे का कारोबार करने वाले कई गुटखा,तम्बाकू व खैनी कारोबारी कोरोना संकट और शासन प्रशासन की परवाह नही करते हुए सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियां उडाने व कालाबाजारी कर खुली लूट करने में लगे है।
अब तो नागरिकों में कई सफेदपोशों व कुछ संगठनों के स्वयंभू पदाधिकारीयों सहित जिम्मेदार अधिकारीयों की भी चर्चाऐं आम होने लगी है। शनिवार को भी कस्बे में एक गुटखा तम्बाकू व खैनी कारोबारी के यहां तम्बाकू उत्पाद खरीदने वाले लोगों की ऐसी भीड मची की वहां किसी समय सिनेमाघरों की टिकिट विंडों पर लगने वाली कतारों का भी रिकाॅर्ड टूट गया। किसी को भी ना तो सोशल डिस्टैंसिंग की और ना ही कोरोना व कानून की कोई परवाह नही थी। इस भीड के कई लोगों ने पुलिस व अन्य अधिकारीयों को सोशल मीडिया के माध्यम से मौके के फोटो भी वायरल किए। किन्तु किसी का भी ध्यान इस ओर नही जा सका। पुलिस प्रशासन की अनदेखी से जहां नशे का कारोबार करने वाले कालाबाजारीयों के हौंसले बुलंद है। वहीं लोगों में भी तरह तरह की चर्चाऐं होने लगी है। यह कालाबाजारी करने वाले लोग जहां चार गुना से पांच गुना तक अधिक रेंटें वसूल कर उपभोक्ताओं को लूट रहे है। वहीं सरकार को भी भारी राजस्व का चूना लगा रहे है।
बयाना संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट