बादलों के छाए रहने से नहीं हुए धूप के दर्शन बढ़ी ठंड
लक्ष्मणगढ़ (अलवर, राजस्थान/ गिर्राज प्रसाद सोलंकी) मौसम तेजी से करवट बदलने में लगा है। विगत एक पखवाड़े के दौरान जहां ठंड ने तेवर दिखाएं हैं वहीं तापमान में भी खासी गिरावट दर्ज की गई। कल बुधवार से ही आज गुरुवार को सुबह से छाए घने बादलों ने मौसम में खासा परिवर्तन करने के साथ ही सर्दी के तेवर सख्त हो गए हैं ।
आज भी सुबह से ही आसमान में घने बादलों के छाए रहने से अधिकतम तापमान में 05 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई जबकि न्यूनतम तापमान में 03 डिग्री की चढ़त दर्ज हुई है।
सर्दी के तेजी पकड़ते ही मौसमी बीमारियों ने भी तेजी से पांव पसारने शुरू कर दिए है। अस्पताल में मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है । निजी अस्पतालों व क्लिीनिकों में भी बुखार, खांसी, गले की बीमारियों सहित अनेक रोगों से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। चिकित्सक खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रुपेंद्र शर्मा भी लोगों को बदलते मौसम की ठंड से बचने की सलाह दे रहे है।
ठंड में खांसी-जुकाम की समस्या ज्यादा परेशान करती है। ऐसे में बाहर निकलते समय सिर और गले को पूरी तरह ढक कर बाहर निकलें। गले में खराश की समस्या होने पर नमक मिले गुनगुने पानी से गरारें करें।
अस्थमा बीमारी में सांस लेने में परेशानी होती है जोकि खास तरह की एलर्जी की वजह से होती है। अस्थमा के रोगियों को ठंड से बचाव जरूरी है।अगर बाहर निकलने से परेशानी बढ़ती हो तो घर में ही रहें।
सर्दियों में आर्थराइटिस की समस्या ज्यादा परेशान करती है। इसमें रोगियों के जोड़ों में तेज दर्द होता है। बचाव के लिए कुछ ऐसे एक्सरसाइज करें।जो बिस्तर पर ही किए जा सकते हों और ठंडी हवा में बाहर नहीं निकलें।
हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों के शिकार लोगों को सर्दियों में अपना विशेष ख्याल रखना चाहिए। बचाव के लिए नियमित ब्लड प्रेशर चेक करवाएं और दवाएं लें। जरूरी एक्सरसाइज भी करते रहें और भोजन में नमक की मात्रा कम कर दें।
सर्दियों में डिप्रेशन के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है, जो लोग डिप्रेशन की समस्या से पीड़ित हैं, उन्हें धूप में थोड़ा घूमना चाहिए, यदि दवाई ले रहे हैं तो समस्या बढ़ने पर मनोचिकित्सक से मिलें और किसी न किसी कार्य मे खुद को व्यस्त रखें।