तखतगढ़ कस्बे में हर्षोल्लास से मनाया ईद मिलादुन्नबी का पूर्व शानो शौकत से निकाला जुलूस
मोहम्मद साहब के जन्मदिन की खुशियां मनाई।
तखतगढ़ (पाली, राजस्थान/ बरकत खान) तखतगढ़ कस्बे में पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्ल के जन्म की खुशी में ईद मिलादुन्नबी का पूर्व मुस्लिम सामुदायिक की ओर से मंगलवार को तखतगढ़ के गांवों में अकीदत हषोल्लास तथा उमंग से साथ मनाया गया। तखतगढ़ क्षेत्र में शानो शौकत से जुलूस निकाला साथ ही खुशियां बांटने के साथ कुरान की तिलावत पढ़ी गई। विभिन्न प्रकार की सिरनी बांटी गई। मस्जिदों एवं करो को रंग बिरंगी ली रोशनियों फूल मालाओं के साथ झालरों एवं गुब्बारों से सजाया गया। जगह जगह शिरनी बांटी गई । मुस्लिम समुदाय मेंबरों की मौजूदगी में बिना ध्यावनी व बिना माइक बिना डीजे के साथ नारों के साथ ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकाल गया। जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग कोराना जैसी बीमारी को देखते हुए कम संख्या में भाग मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भाग लिया । मोहम्मद साहब के जन्म की खुशियां मनाई। जुलूस के साथ लोगों दुआएं मांगी। जुलूस की रवानगी जामा मस्जिद से 11:00 बजे रवानगी हुई मेन मार्केट से होकर पोस्ट ऑफिस गली पेचका होकर हजरत इस्माइल शाह वली कि दरगाह में चांदी का ताज व चादर व फूल मालाओं के साथ गुलपोशी कर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस्माइल शाह बाबा की दरगाह पर मन्नते व दुआ सलाम की। जुलूस में तखतगढ़ मुस्लिम समुदाय लोग पेश इमाम हजरत मौलाना मोहम्मद ओवैस रजा साहब व फतेह मोहम्मद रमजान खान कालू खां सिलावट ताज मोहम्मद साबिर खान खेरादी इकबाल खान पठान हाजी मोहम्मद पठान नियाज महबूब खान सिलावट महबूब खां खेरादी बरकत खा व बरकत सिलावट अन्य गन उपस्थित रहे। जगह जगह स्वागत दरमियान जुलूस का जगह जगह स्वागत किया गया। कई जगह बच्चों को गोली बिस्किट्स चॉकलेट व लड्डू बांटे गए। बच्चों का एक जैसे पहनाव ख़ास आकर्षक का केन्द्र बना रहा यह हाथों में नबी की जडिया लेकर लाइनों के साथ तरीके से चल रही थे
जानकारी के अनुसार हजरत मोहम्मद साहब ने इस्लाम धर्म की स्थापना की और ये ही इस्लाम के आखरी नबी थे । इसके बाद अब कयामत तक कोई नबी नहीं आएंगे। इसके अनुसार हजरत साहब को अल्लाह ने एक अवतार के साथ में ऊठनी पर भेजा था उस समय अरब के लोगों के हालात बहुत खराब थे। लोगों ने शराब खोरी, जुआरियो लुटेरों के साथ अन्य कई प्रकार को कुप्रवृत्तियों फैली हुई थी। वहां के लोग नास्तिक भी हो गए थे मोहम्मद साहब के जन्म लेकर लोगों को अल्लाह का संदेश दिया था।