बीपीएल में होने के बाद भी सरकार से नहीं मिल रही कोई सहायता, सरकारी मदद की दरकार , अब तो सुनो सरकार
कोई नहीं है पीड़ित मंजू देवी के आंखों के आंसू पोछने वाला, अपने 9 वर्षीय बेटे का लालन-पालन करने में भी असमर्थ है मंजू देवी
उदयपुरवाटी (झुंझूनु,राजस्थान/ सुमेर सिंह राव) उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र के मणकसास के खोह गांव की मंजू देवी मेघवाल सास, सुसर, पति, जेठ, जेठानी सभी को खोकर आप खुद के वॉल खराब होने के बाद आर्थिक स्थिति से आज भी कमजोर है। एक 9 वर्षीय बेटा है उसका भी पालन पोषण करना मुश्किल हो रहा है। बीपीएल में होकर भी सरकार से प्रशासन द्वारा कोई सहायता नहीं मिल रही है। मंजू देवी ने हमारे उदयपुरवाटी संवाददाता को बताया कि मेरा जन्म श्रीमाधोपुर तहसील के नालोट गांव में हुआ था। बचपन में ही माता पिता का साया मेरे सिर से उठ गया। 20- 21 साल पहले मेरी शादी उदयपुरवाटी में मणकसास पंचायत के खोह गांव में रोहिताश पुत्र मालाराम मेघवाल के साथ हुई थी। तब परिवार में मेरे पति के अलावा मेरी सास अंची देवी थी। मेरे जेठ बंसीलाल व जेठानी संतोष देवी की मेरी शादी से पहले मृत्यु हो चुकी थी। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी। मेरे परिवार में पति का स्वास्थ्य भी खराब रहता था। परिवार की चिंता में मेरे पति दबाव और तनाव में रहते थे और ईट भट्टे पर मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते थे। फिर मैं अचानक बीमार हो गई स्वास्थ्य की जांच कराने पर पता चला कि शरीर के दोनों वाल खराब है। मेरी इस बीमारी के कारण परिवार की हालात पहले से भी ज्यादा खराब हो गई। कुछ वर्ष बाद मेरी सास की भी मृत्यु हो गई। अब परिवार में मेरे पति के अलावा मेरा पुत्र 9 वर्षीय सोनू रहे। 20 मई 2021 को अचानक मेरे पति की मृत्यु हो गई।अब परिवार का संपूर्ण दायित्व मेरे ऊपर आ गया। वॉल खराब होने के कारण मेहनत मजदूरी भी नहीं कर सकती। सरकारी योजनाओं का मेरे को कोई लाभ भी नहीं मिल रहा है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर गांव के भीम आर्मी नवयुवक मंडल के कार्यकर्ताओं की ओर से राशि एकत्रित कर 6100 रूपय की आर्थिक सहायता दी गई। रोशन लाल वर्मा ने बताया कि महिला के सहारा नहीं होने पर सरकार द्वारा योजनाओं का लाभ शीघ्र दिलाने की मांग की। और भी भामाशाह आगे आकर महिला को आर्थिक सहायता देवे। सहयोग करने वाले नवयुवक मंडल के विनोद कुमार, दयानंद, सरवन, संदीप ,विक्रम, नरेंद्र सुरेंद्र बंटी सहित कई कार्यकर्ता शामिल थे।