किसानो को सिंचाई के लिऐ पांच दिसम्बर को छोडा जाऐगा, बारैठा बांध से नहरो में पानी
बयाना भरतपुर
बयाना,15 अक्टूबर। बयाना उपखण्ड व भरतपुर जिले के सबसे बडे बांध बन्ध बारैठा की जल वितरण व विकास समिति की बैठक गुरूवार को बन्ध बारैठा के डाक बंगला में समिति के अध्यक्ष नाहरसिहं की अध्यक्षता में हुई। जिसमें रूपवास के उपखण्ड अधिकारी ललित मीणा, जलसंधान विभाग के अधीक्षक अभियन्ता राकेश गुप्ता, अधिशाषी अभियन्ता बनैसिहं सहित अन्य विभागो के अधिकारी व समिति के सदस्य किसान आदि मौजूद रहे। बैठक में बांध के विकास नहरो की साफ सफाई व मरम्मत और खेतो की सिचांई के लिऐ पानी छोडे जाने सहित अन्य बिन्दुओ पर भी चर्चा हुई।
अधिशाषी अभियन्ता बनैसिहं के अनुसार बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लेकर खेतो की सिंचाई के लिऐ आगामी पांच दिसम्बर को बांध की नहरो में पानी छोडे जाने का निर्णय लिया गया। उन्होने बताया कि इस बार बांध के कैचमेंट एरिया में बारिश कम होने बांध 29 फीट के मुकाबिले मात्र 20 फीट तक ही भर पाया था। बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार इस बार किसानो के लिऐ बांध से 225 एमसीएफटी पानी सिंचाई के लिऐ छोडा जाऐगा। तथा एक जनवरी के बाद भरतपुर की पेयजल आपूर्ति के लिऐ बांध में 425 एमसीएफटी पानी रिर्जव रखा जाऐगा। इस बांध से इस बार इलाके की करीब ढाई हजार हेक्टयेर भूमि की करीब सवा महीने तक सिंचाई की जा सकेगी। करीब 100 साल पहले बने इस बांध से बयाना-रूदावल व रूपवास क्षेत्र के किसानो को विशेष लाभ मिलता है, यहां के किसानो का यह भी कहना है कि जब भरतपुर के लिऐ चम्बल के पानी की आपूर्ति की जा रही है, और यह बांध जब किसानो की जमीन पर किसानो के खेतो की सिचंाई के लिऐ बना है तो इस बांध का पूरा पानी भी खेतो की सिंचाई के लिऐ ही किसानो को दिये जाने की अवाश्यकता है।
बयाना से राजीव झालानी की रिपोर्ट,,,,,,