शाहपुरा में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के शुभारंभ पर फोल्डर का विमोचन
शाहपुरा-भीलवाड़ा/ बृजेश शर्मा
शाहपुरा में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का शुभारंभ स्थानीय माताश्रय भवन में सादे समारोह में किया गया। समिति के पूर्व अध्यक्ष रामस्वरूप काबरा, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष जयदेव जोशी, संचिना कला संस्थान के अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक, राष्ट्रीय कवि डा. कैलाश मंडेला, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष तेजपाल उपाध्याय की मौजूदगी में केन्द्रिय समिति अणुविभा द्वारा जारी किये गये सप्ताह के फोल्डर का विमोचन किया गया।
समिति के सचिव गोपाल पंचोली ने सभी का स्वागत करते हुए सप्ताह भर के कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने समिति की ओर से सभी आगुंतकों का स्वागत किया।
समिति के पूर्व अध्यक्ष रामस्वरूप काबरा ने इस मौके पर कहा कि अणुव्रत आंदोलन पर कितनी भी बात करें, कम है। जब तक अणुव्रत को जीवन में न उतारें तब तक वह पुस्तक तक ही रह जाता है। जीवन विज्ञान को अनेक विद्यालयों में प्रारंभ कराने का प्रयास करें।
अणुव्रत आंदोलन का महत्व बताते हुए अणुव्रत समिति के अध्यक्ष तेजपाल उपाध्याय ने कहा अणुव्रत नैतिकता की आचार संहिता है। यह जन जन को नैतिक जीवन जीने की प्रेरणा देता है। यह असाप्रदायिक आंदोलन है। किसी भी धर्म संप्रदाय का अनुयायी इसे स्वीकार कर सकता है। इस आंदोलन से देश में व्याप्त भ्रष्टाचार आतंक और चारित्रिक पतन को रोका जा सकता है । आचार्य श्री तुलसी की मानवता के लिएष्अणुव्रत बहुत बड़ा उपयोगी अवदान है। अणुव्रती एक सीमा तक व्रतों का पालन करते हैं। अणुव्रत को अपनाकर हम अपने जीवन को सुख व शांतिमय बना सकते हैं ।