मंथन दिव्यांग रिहैबिलिटेशन सेंटर में दिव्यांग बच्चों को वितरित किए गए फुट ऑर्थोसिस
फुट ऑर्थोसिस पा कर खिले दिव्यांग बच्चों के चेहरे
बहरोड़ (अलवर,राजस्थान/ योगेश शर्मा) मंथन फाउंडेशन द्वारा संचालित दिव्यांग रिहैबिलिटेशन सेंटर पर बुधवार को 9 बच्चों को फुट ऑर्थोसिस वितरित किए गए। जैसा कि ज्ञात है गत 11 जुलाई को मंथन फाउंडेशन द्वारा एक ऑर्थोटिक्स कैम्प का आयोजन मंथन दिव्यांग रिहैबिलिटेशन सेंटर में किया गया था। जिसमें जयपुर के प्रसिद्ध ऑर्थोटिक्स एवं प्रोस्थोटिक्स विशेषज्ञ डॉ. शशांक द्वारा बच्चों की जांच की गई एवं 9 बच्चों का चयन कर फुट ऑर्थोसिस का नाप लिया गया था।
आज डॉ. शशांक द्वारा इन बच्चों को फुट ऑर्थोसिस का वितरण किया गया। बच्चे अपने ऑर्थोसिस को प्राप्त कर खुश नजर आए तथा उनके आत्मविश्वास में भी वृद्धि हुई। फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. पीयूष गोस्वामी ने बताया कि सही ऑर्थोसिस की मदद से न केवल बच्चों की गतिशीलता में वृद्धि होती है बल्कि परमानेंट विकलांगता को भी काफी हद तक रोका जा सकता है। साथ ही बच्चे अपनी दैनिक दिनचर्या को स्वतंत्रता पूर्वक करने में समर्थ हो पाते हैं।
वहीं मंथन सचिव डॉ0 सविता गोस्वामी ने बताया कि दिव्यांग बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य को लेकर ही इस कैम्प का आयोजन किया गया। साथ ही उन्होंने बताया कि मंथन दिव्यांग रिहैबिलिटेशन सेंटर में अभी तक 100 से भी अधिक दिव्यांग बच्चों का रिहैबिलिटेशन किया जा चुका है। एवं मंथन का यही प्रयास है कि इन बच्चों को रिहैबिलिटेशन, स्पीच थेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, फिजियोथेरेपी, विशेष शिक्षा, काउंसलिंग, व्यवसायिक प्रशिक्षण आदि के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है ताकि ये बच्चे समाज में सम्मानपूर्वक जीवन यापन कर सकें।