गर्मी व उमस के चलते पसीने बहाने को मजबूर
बयाना भरतपुर
बयाना 29 जुलाई। सावन के सुहाने महीने में भी कई दिनों से बारिश नही होने से आमजन सहित किसान भी चिंतित और परेशान है। सावन के महीने में भी कई दिनों से आसमान से जेठ के महीने जैसी तपतपाती धूप निकलने तो कभी आसमान में बादलों की लुकाछुपी होने से मौसम में उमस भरी गर्मी बनी हुई है। जिसके चलते सभी लोग पसीने बहाने को मजबूर है। इधर बारिश के अभाव या मानसून को पिछडता देख किसान और पशुपालक चिंतित है। जबकि मौसम विभाग तीन दिनों से रोजाना भारी बारिश की चेतावनी दे रहा है। किसानों का कहना है कि अगर मानसून के यही हाल रहे तो खेतों में कडी मेहनत व भारी लागत से बोई गई खरीफ की फसल बर्बाद हो जाएगी। वहीं पशुपालकों का कहना है कि पशुओं के लिए चारे की समस्या हो जाएगी। इधर व्यापारी वर्ग भी मानसून को पिछडता देख चिंतित है। उनका कहना है कि जब किसान और पशुपालकों की आर्थिक हालत खराब होगी तो बाजार में भी इसका असर पडेगा।
किसानों व प्शुपालकों की फसल अच्छी होगी। पर्याप्त चारा होगा तो बाजारों में भी खुशहाली आएगी। बयाना उपखंड व भरतपुर जिले के सबसे बडे बांध बंध बारैठा में भी अभी तक आधा भराव भी नही होने से जलसंसाधन विभाग सहित प्रशासन व क्षेत्र के किसान भी चिंतित है। इस बांध से भरतपुर संभाग मुख्यालय की आबादी के लिए पाईप लाइनों के जरिए पेयजल आपूर्ती की जाती है। वहीं इस बांध में मत्स्य पालन के साथ ही हजारों बीघा भूमि की खेती के लिए सिचाई की जाती है। जिससे किसानों व सरकार को मोटी कमाई होती है। बुधवार शाम को आसमान में काले बादल छाए किंन्तु बिन बरसे चले गए। जिससे सभी को निराशा हुई।
संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट