निशुल्क एंबुलेंसकर्मी ने 500 रुपये के लिए गर्भवती महिला को रोके रखा गेट पर हुआ प्रसव
भरतपुर जिले के जनाना जनाना अस्पताल में शुक्रवार को मानवीय संवेदनाओं को तार-तार करने वाली घटना ने वहां मौजूद हर शख्स को झकझोर दिया।
भरतपुर
जहां सरकार के द्वारा निशुल्क एंबुलेंस सेवा लोगों के लिए दी हुई है वही 104 एंबुलेंस कर्मी के द्वारा प्रसूता महिला को जिला सरकारी अस्पताल में ले जाने पर प्रसव पीड़ा होने पर भी ₹500 की मांग लगातार किए जाने पर महिला का प्रसव गेट पर स्ट्रेचर पर लिटाते समय हो गया जिससे नवजात नाल के सहारे ढाई फीट नीचे लटक गया यह अमानवीय कृत्य भरतपुर जिले के शहर जनाना जिला अस्पताल में देखने को मिला । शहर के जनाना अस्पताल में मानवीय संवेदनाओ को तार- तार करने वाली यह घटना सामने आई
अस्पाल के गेट पर महिला की डिलीवरी:500 रुपए के लिए एंबुलेंस कर्मी ने गर्भवती महिला को नीचे नहीं उतरने दिया, नाल के सहारे ढाई फीट नीचे जमीन पर लटका नवजात गमीनत यह रही कि वहां परिजनों ने उसे तुरंत संभाल लिया।
अलवर के डेडकी निवासी संगीता (25 ) पुत्री राजू जाटव श्रीपुर स्थित अपने पीहर में रह रही थी। गुरुवार रात प्रसव होने पर उसे डीग अस्पताल लाया गया। यहां से डॉक्टरों ने भरतपुर के जनाना अस्पताल रैफर कर दिया। डीग अस्पताल से 104 एंबुलेंस से परिजन प्रसूता को लेकर अस्पताल के लिए रवाना हुए। रास्ते में उसे पीड़ा और बढ़ गई। एंबुलेंस सेवा निशुल्क होने के बाद भी एंबुलेंसकर्मी ने जनाना अस्पताल पहुंचते ही महिला के परिजनों से 500 रुपए भाड़ा मांगा।
संगीता के साथ आई महिला ने उसे थोड़ी देर इंतजार करने को कहा, लेकिन वह काफी देर तक जल्द से जल्द रुपए देने की जिद पर अड़ा रहा। उसके नहीं मानने पर महिला ने उसे रुपए दे दिए। इस बीच काफी समय खराब हो जाने के कारण अस्पताल के गेट पर रखे स्ट्रेचर पर लिटाने से पहले ही प्रसूता को खड़े-खड़े प्रसव हो गया। इस दौरान करीब ढाई फीट ऊंचाई से नवजात नाल के जरिए जमीन पर लटक गया। यह दृश्य देख वहां भीड़ इकट्ठा हो गई, लेकिन अस्पताल को कोई स्टाफ नहीं आया।
काफी देर शोर-शराबा होने के बाद ड्यूटी स्टाफ आया इसके बाद प्रसूता को पोस्ट नेटल केयर वार्ड तीन में भर्ती कर लिया गया था। लेकिन, सुबह 8 बजे ओपीडी में डॉक्टरों के राउंड से पहले ही प्रसूता और उसका नवजात शिशु वहां से जा चुके थे। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि स्टाफ अन्य मरीजों की देखभाल में व्यस्त था। प्रसूता के परिजन बिना बताए उसे लेकर चले गए।