श्रद्वा व उल्लास के साथ मनाया गणगौर का पर्व
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी)
बयाना कस्बे में गुरूवार को गणगौर का पर्व श्रद्वा व उल्लास के साथ मनाया गया। महिलाओ नवविवाहिता युवतियो व किशोरी बालिकाओ ने इस दिन घर घर में गणगौर व ईसर की स्थापना कर उनकी घास फूस व पुष्पो से पूजा अर्चना कर विशेष रूप से बनाऐ गुनो के पकवानो की भोग लगाकर मनचाहे वर की प्राप्ति सदा सुहागन होने तथा सुख स्मृद्वि की कामनाऐ की। बुर्जुग महिलाओ ने बताया कि गणगौर माता पार्वति का व ईसर भगवान शिवशंकर का रूप है। जिन्हे महिलाऐ धार्मिक मान्यताओ के अनुसार गणगौर ईसर के रूप में स्थापित कर उनका सोलह श्रृगांर करते हुऐ पूजा अर्चना करती है। सुहागन महिलाऐ भी इस दिन लाल जोडा पहनकर सोलह श्रगांर कर करवा चैथ की भांति पूजा अर्चना करती है और माता पार्वति जैसे वारदान की प्राप्ति की कामनाऐ करती है। महिलाओ ने बताया कि बढती मंहगाई व समय के बदलाव के साथ ही अब इस त्यौहार का रूप भी सीमित होता जा रहा है। जबकि पूर्व में इस दिन कस्बे में बैण्डबाजो के साथ ईसर गणगौर की अलग अलग शोभा यात्राऐ निकाली जाती थी। जो अब नही निकाली जा रही है। इन शोभायात्राओ का कस्बे के बाजारो में व्यवसाईयो की ओर से जगह जगह शिव पार्वती की शोभायात्रा मानते हुऐ स्वागत सत्कार भी किया जाता था।