वायलेंस से साइलेन्स की ओर जाना ध्यान का उद्देश्य - मुनि अतुल कुमार
भीलवाडा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) प्रेक्षावाहिनी भीलवाड़ा के तत्वावधान में कार्यशाला महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि रविन्द्र कुमार के सानिध्य एव मुनि अतुल कुमार के निर्देशन में शीतल स्वाध्याय भवन काशीपुरी में आयोजित कि गयी। जिसमे मुनि श्री अतुल कुमार जी ने प्राणायाम के प्रयोग, ध्यान पर सारगर्भित प्रवचन, एव मेडिटेशन के प्रयोग करवाये ।
मुनि श्री ने कार्यशाला में साधक साधिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सर्वप्रथम प्राणायाम क्या है उसे समझे प्राणायाम प्राण एक जीवन ऊर्जा है, एक शक्ति भी है, जिससे यह पूरा सृष्टि क्रम चल रहा है । प्राणायाम से इन्द्रिया शुद्ध होती है, प्राणायाम के जरिये शरीर और मस्तिष्क में ऑक्सीजन अधिक मात्रा में जाति है । नार्मल सांस में 500 एम एल ऑक्सीजन अंदर जाती है प्राणायाम से 500 एम एल से 1000 एम एल ऑक्सीजन अंदर जाती है । मुनि श्री प्राणायाम के कुछ प्रयोग कराते हुए फायदे बताए कि इससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है, मस्तिष्क रोग दूर होते है, रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि हो जाती है, स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है, मोटापा थुलथुलापन दूर हो जाता है, यौवन में स्थिरता लाता है, रक्तवाहिनी नाडिया शुद्ध हो जाती है । पुरुषों में प्रोस्टेड, महिलाओं में बच्चेदानी की समस्या से मुक्ति मिलती है ।
मुनि श्री ने कहा यदि प्रतिदिन जीवन का हिस्सा मानकर प्राणायाम करे तो ये लाभ होते है । मेडिटेशन पर अपने व्यक्तव्य में कहा वायलेंस से साइलेन्स की और जाने का नाम ध्यान है । अंतसंचेतना पर पड़े पर्दे उठाने की कला का नाम ध्यान है ।
मुनि श्री ने कहा कोरोना महामारी की तरह तनाव की महामारी पुर विश्व मे फैली हुई है । डिप्रेशन, स्ट्रेस, यह सब तनाव की देन है । हर इंसान के अंदर अनलिमिटेड शांति है ध्यान के माध्यम से चेतना के उस हिस्से तक पहुचा जा सकता है ।
आयोजित कार्यशाला में प्रेक्षा वाहिनी सह संवाहक विमला रांका, तेरापंथ महिला मंडल की मंत्री रेणु चोरडिया, पूर्व तेयुप अध्यक्ष अमित मेहता, अशोक बुरड़, माणक चोरडिया, अमरचंद रांका, राजेन्द्र पोरवाल, मनोज लोढा, निर्मल सुतरिया, लक्ष्मी लाल सिरोहिया, सागर बाफना, विनोद चौधरी, रोहित बाफना, यशवंत सुतरिया, मधु ओस्तवाल, सुधा पोरवाल, ममता लोढा, शोभना सिरोहिया, जतन देवी हिरण आदि बड़ी तादाद में स्थानक वासी अनुयायी एव श्रावक श्राविकाएं उपस्तिथ थे । कार्यशाला का सफल संचालन तेरापंथ महिला मंडल की मंत्री रेणु चोरडिया ने किया और प्रेक्षा वाहिनी सह संयोजक विमला रांका ने सभी साधक साधिकाओं सहित मुनि परिवार का आभार ज्ञापित किया ।