आधा दर्जन कर्मचारी संघो ने की शिविर में सुरक्षा की गुहार
पार्षद पर कार्यवाही ना करने पर नाराजगी,
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अलग-अलग ज्ञापन भेजकर विभिन्न कर्मचारी अधिकारी संघों ने प्रशासन शहरों के संग तथा प्रशासन गांवों के संग अभियान में लगे कर्मचारी अधिकारियों की सुरक्षा की गुहार की है तथा गुलाबपुरा में पूर्व चेयरमैन व वर्तमान पार्षद धनराज गुर्जर द्वारा अधिकारी कर्मचारियों को शिविर में गाली गलौज कर धमकाने, रगड़ कर रख देने, नौकरी खा जाने की धमकी देने पर भी मामला दर्ज होने के बाद पुलिस और राज्य सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने की आलोचना की है।
मुख्यमंत्री को भेजे अपने ज्ञापन में प्रांतीय नल मजदूर यूनियन(इंटक)के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह शेखावत प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह सोलंकी, अखिल राजस्थान अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मोहन सिंह मीणा , अल्पसंख्यक अधिकारी कर्मचारी महासंघ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष हारून खान राजस्थान जनसंपर्क संयुक्त सेवा संघ के प्रदेश महासचिव श्रवण कुमार मेहरडा, दलित आदिवासी अधिकारी कर्मचारी महासंघ के महासचिव डी पी रावत तथा राजस्थान विधि सेवा परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार ने आमजन को राहत पहुंचाने के लिए 2 अक्टूबर 2021 से प्रदेश भर में प्रशासन शहरों के संग तथा प्रशासन गांवों के संग अभियान चला रखा है इसमें लगभग 22 विभाग के कर्मचारी और अधिकारी शिविरों के माध्यम से आमजन की समस्याओं और लंबित कार्यों का त्वरित गति से समाधान कर रहे हैं।
अपने अलग-अलग भेजे गए ज्ञापन में इन कर्मचारी नेताओं ने बताया गया है कि मीडिया खबरों से तथा जिलों से आ रही विभिन्न खबरों के अनुसार इन शिविरों में अनुचित और दबाव डालकर गलत कार्य कराने के लिए कई राजनेता स्थानीय दादानुमा लोग, स्थानीय पार्षद एवं पूर्व पार्षद दबाव डालते हैं तथा काम ना करने पर धमका रहे हैं मारपीट कर रहे हैं धक्का-मुक्की कर रहे हैं, हाल ही में भीलवाड़ा जिले की गुलाबपुरा नगर पालिका में लगे एक शिविर में पूर्व चेयरमैन और वर्तमान पार्षद धनराज गुर्जर द्वारा अधिकारियों कर्मचारियों को धमकाया गया उन्हें भद्दी और गंदी गालियां दी गई , रगड़ कर रख देने और नौकरी खा जाने की धमकी दी जिसका वीडियो भी वायरल हो चुका है और मामला पुलिस में दर्ज कर लिया गया है लेकिन इसमें कोई कार्यवाही ना तो पुलिस कर रही है ना राज्य सरकार कर रही है।
सभी कर्मचारी संघों के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस तरह के वाक्यों में दोषी राजनेता पूर्व पार्षद वर्तमान पार्षद तथा अन्य व्यक्ति पर तत्काल राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज हो उनकी गिरफ्तारी हो तथा ऐसी घटनाओं में लिप्त पार्षद को तत्काल निलंबित बर्खास्त किया जाए तथा शिविर में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाए। ताकि कर्मचारी और अधिकारी निसंकोच और बिना दबाव के जनता के कार्य कर सकें ।