हलैना - भुसावर में जमकर हो रही गुटका-तम्बाकू की काला बाजारी, बहरूपिया ने छुडाएं गुरूजी को पसीना
परचून व्यापार संघ के पदाधिकारी कर रहे कालाबाजारी
भुसावर (भरतपुर,राजस्थान/रामचंद्र सैनी),कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार लाॅकडाउन एवं कफ्र्यू लगा कर आमजन को सुरक्षित रखने के प्रयास कर रही है,प्रशासन एवं अनेक समाजसेवी संगठन कोरोना संक्रमण से बचाव एवं कोविड-19 वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक कर आमजन से कोविड बचाव की गाइडलाईन की पालना करने की अपील कर रहे है,वहीं गुटका-तम्बाकू एवं धू्रमपान का थोक व खुदरा में कारोबार करने वाले अनेक व्यापारी लाॅकडाउन व कफ्र्यू का फादया लेकर खुलेआम उक्त मादक खाद्य व धु्रमपान वस्तुओं की जमाखोरी तथा कालाबाजारी कर मोटी रकम हासिल करने से नही चूक रहे,लाॅकडाउन व कफ्र्यू गुटका-तम्बाकू व्यापारियों के लिए लाभ का सौदा बना हुआ है और ये कारोबार अली बाबा चालिस चोर खुल जा सिम-सिम कहानी सटीक सावित हो रही है। उक्त कारोबार में व्यापारी संघ के अनेक पदाधिकारी शामिल है,जो प्रशासन को गुमराह कर कोविड संक्रमण बचाव की गाइडलाइन की अवहेलना कर मानव जीवन के स्वास्थ्य के साथ लिखवाड कर रहे है।
यह भी पढे:- भुसावर में तम्बाकू गुटखा की भीड देख घबराया दुकानदार
हलैना में कई दुकानदार गुटका-तम्बाकू की जमाखोरी कर कालाबाजारी करने से नही चूक रहे,जो गुटका-तम्बाकू उत्पादों की कमी बताकर निर्धारित दर से कई गुना अधिक पैसा वसूल रहे है। जिसका विरोध करने पर दुकानदार गुटका-तम्बाकू देने से इंकार कर देता है और कभी-कभी दुकानदार एवं ग्राहक के मध्य विवाद भी हो जाते है। हलैना में 2 रूपए वाला गुटका 5 से 8 रूपए में,5 वाली तम्बाकू 40 से 60 रूपए , बीडी बण्डल 8 रूपए वाला 15 रूपए में 12 रूपए वाला 30 से 40 रूपए में बिक रहा है। वही सिगरेट 10 रूपए वाली 20 से 25 रूपए प्रति एक सिगरेट बिक रही है। गांव सरसैना के एक दुकानदार ने बताया कि हलैना में किराना संघ के कई पदाधिकारी खुलेआम गुटका-तम्बाकू की जमाखोरी एवं कालाबाजारी कर रहे है,जो हमे 2 हजार का किराना का सामान खरीद पर गुटका-तम्बाकू के 100-100 पीस देते है,तम्बाकू के थोक भाव 4 रूपए एवं गुटका के 1.80 रूपए है,जो हमे तम्बाकू को 15 से 20 रूपए एवं गुटका को 4 से 5 रूपए प्रति पीस थोक में देते है,फिर हम किस भाव बेचे। हलैना के एक दुकानदार ने बताया कि किराना संघ के नाम पर पुलिस एवं प्रशासन पर दबाव बना कर कई पदाधिकारी गुटका-तम्बाकू की जमाखोरी कर खुलेआम कालाबाजारी कर रहे है,यदि ये संघ के पदाधिकारी ऐसा कर रहे है,तो अन्य दुकानदार क्या करेगें।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लाॅकडाउन एवं कफ्र्यू लगा हुआ है,केवल परचून,सब्जी-फल सहित कई तरह की दुकान खुली हुई है,जिसका लाभ उठा रहे जमाखोर एवं कालाबाजारी करने वाले दुकानदार। जिसका नजारा कस्वा हलैना में देखने को मिला,जब एक बहरूपियां ने रिटायर्ड गुरूजी के दिन में छक्के छुडा दिए,ज बवह पुलिस की वर्दी में गुरूजी की दुकान पर गुटका-तम्बाकू लेने पहुंचा। हलैना का एक बहरूपियां एवं उसके साथी को कई दिन से गुटका-तम्बाकू खाना को नही मिल रहे थे,जिन्होने दिन में बाजार में खुल रही किराना की दुकानों पर बिक रही गुटका-तम्बाकू पर नजर रखी,कस्वा के बडा बाजार में शिक्षा विभाग से रिटायर्ड अध्यापक में किराना की दुकान खोल रखी है,जो गुटका-तम्बाकू के थोक व खुदरा के विक्रता है,बहरूपियों ने उक्त गुरूजी के गोदाम में गुटका-तम्बाकू का भण्डार देखा और सायं करीब 3 बजे ये बहरूपियां गुरूजी के पास गए,गुरूजी ने गुटका-तम्बाकू देने से इंकार कर दिया। एक बहरूपियां पुलिस की वर्दी में आया,उसके कडक भाषा में दुकानदार से बातचीत की और गोदाम की तलाशी की बोला,दुकानदार गुरूजी डर गए और वे उन्हे सुविधा शुल्क देने लगे,तभी एक बहरूपियां बोल गया,हम सुविधा शुल्क नही लेते,केवल खाना को गुटका-तम्बाकू मांग रहे है,जो आप हमको दे दो। उसके बाद भी गुरूजी नही समझ पाए,गुरूजी दुकान को छोड कर इधर-उधर होने लगे। तभी एक दुकानदार आया,वह बहरूपियों को पहचान गया और हंस कर बोला गुरूजी इन्हे 5-5 गुटका व तम्बाकू के पाऊ दे दो,आपका मामला रफा-दफा हो जाऐगा। उसके बाद गुरूजी समझ गए और गुरूजी ने बहरूपियों को फ्री में खाना को गुटका-तम्बाकू दे दिए।