इंदिरा रसोई में मिली भारी अनियमितता, कर्मचारी मिले शराब के नशे में धुत
कामां (भरतपुर, राजस्थान/ हरिओम मीणा) राजस्थान सरकार द्वारा लाखों करोड़ों रुपए रुपए खर्च कर इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत गरीबों के लिए भर पेट भोजन कराने के उद्देश्य से सरकार ने इंदिरा रसोई योजना चलाई । गरीब लोगों के लिए खाना खिलाने के लिए चलाई गई योजना का मुख्य उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए। लेकिन जमीनी धरातल पर कुछ और ही नजर आ रहा है गरीबों को इंदिरा रसोई में गुणवत्तापूर्ण खाना नहीं मिल पा रहा है और खाना मिल रहा है तो दो-तीन दिन का पुराना खाना मिल रहा है। गरीब लोग दो तीन दिन पुराना खाने को मजबूर हो रहे हैं । और ऐसा ही नहीं भर पेट खाना खाने का अतिरिक्त चार्ज भी इंदिरा रसोई के कर्मचारी वसूल रहे हैं। जबकि इंदिरा रसोई में सरकार द्वारा निर्धारित ₹8 में भोजन की व्यवस्था तय की गई है लेकिन कर्मचारी व ठेकेदार की मनमर्जी के चलते भोजन करने वाले गरीब लोगों से अतिरिक्त पैसा मांग कर ही भरपेट भोजन दिया जा रहा हैं ।
अब गरीब लोगों की मजबूरी बन गई है कि अगर भरपेट भोजन करना है तो अतिरिक्त चार्ज भी देना होगा । साथ ही शाम होते ही इंदिरा रसोई के कर्मचारी इंदिरा रसोई में ही शराब का सेवन करते नजर आते हैं। कस्बे के लोगों द्वारा इंदिरा रसोई में भोजन के प्रति काफी वार शिकायत मिल रही जिन पर नगर पालिका अध्यक्ष गीता खंडेलवाल व उपाध्यक्ष ओमप्रकाश मीणा जब मौके पर पहुंचे तो उन्हें इंदिरा रसोई के कर्मचारी शराब के नशे में धुत मिले, और इंदिरा रसोई में सफाई व्यवस्था भी चौपट नजर आई साथ ही दो-तीन दिन पहले का लगा हुआ आटा पॉलिथीन में रखा मिला व 3 दिन पहले बनी हुई सब्जी फ्रीज में रखी मिली इससे साफ और स्पष्ट नजर आता है कि इंदिरा रसोई के कर्मचारी कस्बे के लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इंदिरा रसोई में अतिरिक्त चार्ज देने के बावजूद भी लोगों को दो-तीन दिन पुराना खाना नसीब हो रहा है ।। गरीब लोगों के स्वास्थ्य के साथ इंदिरा रसोई के कर्मचारी खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं।