कैसे पढ़ेंगे बच्चे: मोबाइल चलाकर क्लास रूम में बच्चों के बीच आराम की नींद सोता शिक्षक, वीडियो वायरल
शिक्षा जगत में शिक्षा की बदनामी करने पर तुले टोडानागर स्कूल के शिक्षक शिवराम मीणा
लक्ष्मणगढ़ (अलवर,राजस्थान/ गिर्राज प्रसाद सोलंकी) लक्ष्मणगढ़ उपखंड क्षेत्र के ग्राम टोडा नागर के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल से एक वीडियो इस तरह का है की शिक्षक अपने क्लास रूम में आराम फरमाते हुए नजर आए और बच्चे अपने खेलकूद व अन्य प्रतिक्रिया में व्यस्त हैं ऐसे में जब सरकारी विद्यालय के शिक्षक इस तरह लापरवाही बरतने लगे तो कैसे देश के नौनिहाल आगे बढ़ पाएंगे। कैसे शिक्षा का स्तर बढ़ पाएगा सरकार के द्वारा इन शिक्षकों का वेतन लगभग 50000 से ₹100000 के बीच होता है फिर भी नौकरी में लापरवाही कैसे मुमकिन है सरकार की तरफ से सब सुविधाएं शिक्षकों को दी जा रही है फिर भी शिक्षा का स्तर डामाडोल है तो कहीं स्कूलों के अंदर छात्र संख्या भी पूरी नहीं यही कारण है
सरकारी विद्यालयों से अधिक निजी विद्यालय में शिक्षा का स्तर बढ़ रहा है और निजी विद्यालय के अंदर मात्र 3000 4000 ₹6000 के अध्यापक अपना अध्यापन दे रहे हैं और जिनका शिक्षा का स्तर भी अच्छा चल रहा है आखिर ऐसा क्यों इस वीडियो के अंदर शिक्षक का ऐसा लग रहा है शायद रात्रि कालीन अपने खेत पर बाजरा कुटवाया होगा या फिर आराम ही फरमाना था तो सरकार से 1 दिन की छुट्टी लेकर के अपने घर में आराम फरमाते सरकार का एक दिन टीचर की सैलरी लगभग 2000 से 3000 के बीच होती है जिस कक्षा के अंदर शिक्षक आराम फरमा रहे थे उस कक्षा में लगे ब्लैक बोर्ड के ऊपर ना तो दिनांक लिखा है ना कक्षा लिखी है ना कोई पीरियड का हवाला दिया हुआ है जब ब्लैक बोर्ड ब्लैंक फिर क्या पढ़ाया होगा शिक्षक ने इन्हें कम से कम इतनी तो शर्म होनी चाहिए थी कि हम भी किसी शिक्षक से पढ़ कर आए हैं तो इनके गुरु ने तो कम से कम ऐसे इन्हें नहीं पढ़ाया होगा
अब देखना यह है कि शिक्षक के खिलाफ शिक्षा विभाग किस तरह से क्या कार्रवाई करते हुए अमल में लाता है। जानकारी के अनुसार पता लगा शिक्षक शिवराम मीणा है सेकंड ग्रेड का टीचर है जोकि सेहरा सुनारी गांव से पढ़ाने के लिए टोडा नागर आता है। शिक्षक अपना मोबाइल चलाते चलाते और पंखे के नीचे लेट गया और नींद आ गई होगी। पर ऐसा है अब शिक्षकों को अपने मोबाइल प्रधानाचार्य के रूम में जमा रख जमा करानी चाहिए स्कूल के समय पर मोबाइल शिक्षकों के पास नहीं होना चाहिए क्योंकि अधिकतर शिक्षक मोबाइल में ही मस्त बोल रहे थे हैं विभाग को इस ओर ध्यान देते हुए एक नया नियम लागू करना चाहिए।
- लाखन सिंह गुर्जर (उपखंड अधिकारी लक्ष्मणगढ़) का कहना है कि-: जैसे ही मैंने वीडियो देखा तो मैंने तुरंत प्रभाव से ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को आदेशित कर दिया है और संपूर्ण जानकारी जुटाने के पश्चात मेरे समक्ष रिपोर्ट पेश की जाएगी और दोषी के खिलाफ कार्यवाही भी होगी।
- प्रमोद जैन (ब्लॉक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मणगढ़) का कहना है कि:- जांच कमेटी बनवाकर भिजवा दी गई है प्रिंसिपल चिमरावली गौड धर्मपाल मीणा व सत्यपाल व्याख्याता खोहरा मलावली को जांच के आदेश देते हुए भिजवाया गया है। जांच में जैसा भी निकल कर आएगा वह अवगत कराते हुए लापरवाही हुई होगी तो कार्रवाई होगी।
- पुष्पा (प्रधानाचार्य, राजकीय सीनियर सेकेंडरी विद्यालय टोडा नागर लक्ष्मणगढ़) का कहना है कि:- आज छुट्टी पर हूं स्कूल में ना होने के कारण मुझे कोई जानकारी नहीं है मैं कल स्कूल में पहुंचेगी तभी कुछ बता पाऊंगी
- गिर्राज प्रसाद गुप्ता (राष्ट्रीय अध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा फाउंडेशन) का कहना है कि:- ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए उपखंड अधिकारी जी को मौके से ही दंडात्मक कार्रवाई करें और ऐसे लापरवाह शिक्षक को नौकरी से बर्खास्त करते हुए किसी नए शिक्षित बेरोजगार को मौका मिले और लापरवाह को इसी प्रकार की सजा हो। इस व्यक्ति ने शिक्षा जगत में शिक्षा की बदनामी की है।