कांस्टेबलों की हत्या के मामले में बदमाश बंटी भी चढ़ा पुलिस के हत्थे
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) भीलवाड़ा जिले में गत दिनों जिले के दो थानों के पुलिस के दो जवानों की गोली मारकर हत्या करने के मामले में गुरुवार को एक और वांछित आरोपी मूलतया सिवाणा बाड़मेर हाल भगत की कोठी, शास्त्रीनगर जौधपुर निवासी यशवंत सिंह भायल उर्फ बंटी पुत्र पदमसिंह रावणा राजपूत को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार आरोपी यशवंत उर्फ बंटी बहुचर्चित हरीश जाखड़ हत्याकांड मामले में भी पिछले तीन साल से वांटेड था। पुलिस सूत्रों के अनुसार 10 व 11 अप्रैल की रात्रि को कोटड़ी व रायला थाना इलाके में पुलिस जाब्ते ने मादक पदार्थ भरी पिकअप व स्कॉर्पियो में सवार तस्करों को रोकने के प्रयास में तस्करों ने फायरिंग की। इसमें कोटड़ी थाने के कांस्टेबल औंकार रायका व रायला थाने के कांस्टेबल पवन की फायरिंग में मौत हो गई थी। इस वारदात को लेकर अतिरिक्त पुलिस
महानिदेशक एटीएस व एसओजी के नेतृत्व में टीमें गठित की गई। इन टीमों ने पूर्व में सुनील डूडी, उसके साथी नैतराम व रामदेव को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया गया था, इसी मामले में वांछित आरोपित यशवंत भायल उर्फ बंटी को भी गिरफ्तार कर लिया।
उक्त आरोपी बहुचर्चित हरीश जाखड़ हत्याकांड में भी पिछले तीन साल से वांछित था। बताया गया है कि बदमाशों की तलाश में जुटी टीम ने जब आसूचनायें संकलित की ओर संदिग्धों पर नजर रखी तो पता चला कि दौलत गोदारा नामक व्यक्ति के सुरेंद्र मेघवाल नामक व्यक्ति का संपर्क हुआ जो यशवंत को रुपयों की मदद दे सकता है। इस पर टीम ने सुरेंद्र मेघवाल से पूछताछ की गई। इससे पता चला कि यशवंत सिंह गुजरात में जगदीश नामक व्यक्ति के पास जा सकता है। इस पर टीम ने जगदीश को डिटेन किया तो पता चला कि यशवंत सिंह उसके पास करीब 20 दिन पहले आया था। अभी वह गुजरात के महेंद्र नामक व्यक्ति के संपर्क में हो सकता है। इस पर टीम ने महेंद्र को पकड़ा। उससे सख्ति से पूछताछ में पता चला कि वह बजरंग नामक व्यक्ति के पास जा सकता है।
टीम ने बजरंग के ठीकाने पर दबिश दी, लेकिन इससे पहले यशवंत वहां से निकल चुका था। इसके बाद भी टीम ने तलाश जारी रखी। इस दौरान टीम को यशवंत एक फैक्ट्री के बाहर बैठा नजर आया। टीम ने घेरा डालकर यशवंत सिंह को गुजरात से डिटेन कर गिरफ्तार कर लिया।
इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में जैसलमेर के थानेदार सुनील ताड़ा, कन्हैयालाल एसआई डांगियावास, दिनेश डांगी डीएसटी प्रभारी जौधपुर, , जमशेद, अकरम, अविनाश, देवाराम, ओमाराम, कालूराम, संजय, उषाराम, सरजीत, इशाक व सुरजीत एसआई आदी टीन में शामिल थे।