जिस घर में स्त्रियों को दुख दिए जाते हैं वहां आते है असाध्य कष्ट और दरिद्रता - गुरुदेव भास्कर
कोटकासिम (अलवर, राजस्थान/ संजय बागड़ी) कोटकासिम के सत्संग परिवार पवित्र मनन दीप के तत्वाधान में भूतेश्वर मंदिर के प्रांगण में सत्संग प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सत्संग के दौरान गुरुदेव भास्कर ने कहा कि जिस घर में स्त्रियों का अपमान होता है ओर उनको दुख दिया जाता है ऐसे घर में लगातार कष्ट आते रहते हैं साथ ही दरिद्रता भी आती है और सुख समृद्धि समाप्त होती चली जाती है।
गुरुदेव ने कहा की स्त्रियों को देवी का दर्जा प्राप्त है। यदि हम स्त्रियों का अपमान करेंगे, उनको दुख देंगे तो हमें कभी भी सुख प्राप्त नहीं हो सकता। हमारे घर में सौभाग्य और बरकत नहीं आ सकती। आगे उन्होंने कहा की व्यक्ति अपने कर्मों से महान होता है, इसलिए हमें श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए जिससे समाज में भी हमें इज्जत मिल सके और हमारे प्रभु को भी हम मुंह दिखा सकें।
- ध्यान लगाने से मिलती है मानसिक शांति
गुरुदेव ने कहा कि आज का मानव अपने धर्म और कर्म को भूल चुका है इसी वजह से जीवन में असाध्य कष्ट ओर दुख भोग रहा है। शांति नहीं मिल रही है और हम प्रभु के नजदीक नहीं जा पा रहे हैं। उन्होंने कहा जब तक हम ध्यान नहीं करेंगे तब तक हमें मानसिक शांति नहीं मिल सकती। ध्यान एक ऐसा माध्यम है जो हमें हजारों कष्टों से मुक्ति देकर ईश्वरमय करता है, प्रभु से जोड़ता है इस दौरान सत्संग परिवार सहित कस्बे वासी मौजूद रहे।