स्कूली बच्चों को दिए जाने वाले पोषाहार के कॉम्बो पैक में मिले कीड़े
परिजन स्कूल में फैंक गए पोषाहार के पैकेट, स्कूल स्टाफ को सुनाई खरी खोटी
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) छात्रा अपने हाथों में लेकर बताया कि सरकार की ओर से स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले पोषाहार कोम्बो पैक व्यवस्था को अधिकारियों द्वारा पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है। इसी का उदाहरण बुधवार को रानी खेडा स्कूल में देखने को मिला। जहां स्कूल के 128 बच्चों को कीड़े पड़े हुए पैक थमा दिए गए। जब बच्चों के परिजनों ने यह पैक खोलकर देखे तो सभी आक्रोशित हो गए। सभी पैक को फिर से स्कूल में लाकर फेंक दिए। स्कूल प्रबंधन को लताड़ भी पिलाई।
- 128 पैक खोले सभी निकले सड़े गले:- रानीखेड़ा विद्यालय के प्रधानाध्यापक सतीश कुमार टेलर का कहना है कि राजस्थान सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड के द्वारा यह किट 13 सितंबर को विद्यालय में 163 कोम्बो पैक भेजे गए थे। 14 सितंबर को बच्चों के घर-घर जाकर इसकी जानकारी दी गई थी। 15 सितंबर को 128 पैक का वितरण किया गया था। सभी कोम्बो पैक सिले हुए थे। खुले हुए पैक बच्चे नहीं ले जाते हैं। इसलिए स्कूल प्रबंधन ने भी इन्हें खोलकर नहीं देखा था। अभिभावक बच्चों को लेकर विद्यालय पहुंचे थे। खराब कीट होने के चलते अभिभावकों का गुस्सा स्वभाविक है। खराब कोम्बो पैक की सूचना मिलते ही बाकी बचे पैकों का वितरण रुकवा दिया गया है। इसकी सूचना सीबीओ कार्यालय मांडलगढ़ को भेज दी।
- यह है पोषाहार योजना:- सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 5 तक एवं कक्षा 6 से 8 तक की कक्षाओं के अध्ययनरत छात्र छात्राओं को राज्य सरकार की ओर से पिछले कई वर्षों से पोषाहार दिया जाता है। लेकिन पिछले साल से देश में चल रही कोरोना महामारी को लेकर सरकारी गाइडलाइन के आदेशानुसार विद्यालय बंद थे। इस कारण विद्यार्थी विद्यालय में नहीं आ रहे थे। सरकार ने 1 जुलाई 2020 से 31 मार्च 2021 तक सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 5 तक के छात्र छात्राओं को 3 किलो चना दाल, 5 किलो छिलके वाली मूंग दाल, डेढ़ लीटर सोयाबीन तेल, 700 ग्राम धनिया पाउडर, 700 ग्राम मिर्च पाउडर, 700 ग्राम हल्दी पाउडर, 3 किलो नमक, 200 ग्राम जीरा के अलग-अलग पैकेट बनाकर एक प्लास्टिक के बैग में इनको एक साथ पैक किया गया और इसका नाम कोम्बो पैक रखा गया है।