स्टैंड अप फॉर ह्यूमन राईट्रस थीम के तहत बालक बालिकाओं द्वारा अंतरर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया
अलवर,राजस्थान
रामगढ़ l इब्तिदा संस्था द्वारा स्टैंड अप फॉर ह्यूमन राईट्रस टीम के तहत किशोरी और किशोरों के द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानव दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया l यह कार्यक्रम गुर्जरपुर खुर्द ,बरामदा, ताज खां का बास ,शेरपुर, चौमा, बड़ोद, खिलोरा ,डाबरी , सुनहेड़ा, नीकच और कोटा कला सहित 17 गांवों में मनाया गया l इस कार्यक्रम के तहत किशोरियों के द्वारा रंगोली बनाकर और गांव में रैली निकालकर मानव अधिकार के प्रति समुदाय और जागरूक करने का कार्यक्रम किया गया l बालक और बालिकाओं ने इस प्रोग्राम में बढ़ चढ़कर भाग लिया l बालिकाओं द्वारा अनेक प्रकार की रंगोलियां बनाई गई l 17 गांवों में इब्तिदा संस्था द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया l कार्यक्रम के दौरान इब्तिदा परियोजना के समन्वयक दयाराम सांवरिया ने बताया कि मानव अधिकार के मूलभूत नैसगिक का अधिकार है l सविधान द्वारा मानवाधिकार दिए गए हैं l इंसान अपने अधिकारों का हनन होने पर मानव अधिकार आयोग की मदद ले सकता है मानव अधिकार दिवस मनाने का मकसद लोगों को अनेक अधिकारों के प्रति जागरूक करना है l मानव अधिकारों में स्वास्थ्य आर्थिक सामाजिक और शिक्षा का अधिकार भी शामिल है मानव अधिकार व मूलभूत अधिकार है l
जिससे मनुष्य को नस्ल जाति राष्ट्रीयता धर्म लिंग आदि के आधार पर प्रताड़ित नहीं किया जा सकता l और उन्हें देने से वंचित नहीं किया जा सकता l भारत के संविधान में मानव अधिकार की गारंटी दी गई है l भारत में शिक्षा का अधिकार किस गारंटी के तहत है हमारे देश ने 28 सितंबर 1993 से मानव अधिकार कानून अमल में आया और सरकार ने 12 अक्टूबर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का गठन किया गया आदि जानकारी दी गई l इस मौके पर पदमचंद ,अनीता बाई, मुकेश, प्रीति भाटिया, माया सैनी, गर्ल्स लीडर फेलोशिप प्रोग्राम से अमृता, अंजलि, सरोज ,नीतू आदि लोग उपस्थित थे