नारी की क्षमताओं को स्वीकार करके उसे समान अवसर प्रदान करना उसका वास्तविक सम्मान होगा-आचार्य दीदी
विप्र परशुराम शक्ति द्वारा आयोजित "सशक्त शक्ति अभिमान", विभिन्न क्षेत्र की सौ से भी अधिक महिलाओं का किया सम्मान!! कच्ची मिट्टी की तरह हर परिस्थिति में ढलने वाली नारी चाँद तक पहुचने की क्षमता रखती है-ज्योतिषाचार्य सरस्वती गौड़
खैरथल (अलवर,राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) खैरथल कस्बे में रविवार काे इस्माइलपुर राेड़ स्थित हाेटल ग्रीनलेंड में अंतराषट्रीय महिला दिवस के उपलक्षय में विप्र परशुराम शक्ति द्वारा विशाल विप्र मातृशक्ति सम्मान समाराेह का आयाेजन किया गया। गणेश वंदना एवं भगवान परशुराम के समक्ष दीपप्रज्वलन, पंडितों द्वारा स्वस्ति वाचन एवं पूजा अर्चना के साथ के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
मुख्य अतिथि विश्वविख्यात ज्याेतिषाचार्य एवं राजनैतिक एवं सामाजिक विशलेषक तथा विप्र परशुराम शक्ति की संस्थापिका आचार्य दीदी सरस्वती गाैड़ ने मातृशक्ति को सम्बोधित करते हुए कहा कि यदि अवसर प्रदान किया जाए तो कच्ची मिट्टी की तरह स्वयं को हर परिस्थिति के अनुसार ढाल लेने वाली नारी चाँद तक पहुँचने की क्षमता रखती है।परिवार की धुरी बनकर घर को सुव्यवस्थित रूप से चलाने वाली नारीशक्ति समाज और देश की दशा एवं दिशा निर्धारित करने की भी क्षमता रखती है।आचार्य दीदी ने आगे बताया कि असीम क्षमताओं को अपने आप मे समेटे हुए भी वो अपने दया,करुणा,त्याग,ममत्व,सहनशीलता जैसे मूल गुणों से कभी विचलित नहीं होती है। मातृशक्ति को अपने आप में एक आत्मबल को जागृत करने की आवश्यकता है कि वो हर असम्भव कार्य को सम्भव करके दिखला सकती है।
मंच संचालिका किशनगढ़बास की नगरपालिका वाइस चेयरमैन साक्षी वशिष्ठ ने बताया कि विशिष्ठ अतिथी आरएएस अधिकारी संजू शर्मा ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए उन्हें आत्मनिर्भर एवं अपने जीवन में श्रेष्ठतम कार्य करके अपने जीवन को अर्थ पूर्ण एवं एक विशेष पहचान देने के लिए प्रेरित किया।मंचासीन विशिष्ठ अतिथि अलवर आपीएफ थानाधिकारी छवि शर्मा ने मातृशक्ति के महत्व से अवगत कराते हुए कहा कि महिलाओं काे आगे बढना हाेगा तथा अपनी क्षमताओं काे पहचानते हुए अपनी छाप समाज में बनानी हाेगी ।
कबड्डी की राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुकी खेल अधिकारी अंजना शर्मा ने महिलाओं काे गृहिणी के साथ - साथ सामाजिक स्तर व सशक्तिकरण में भी अपनी भूमिका निभाने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित किया । मंचासीन दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉ मंजू शर्मा ने मातृशक्ति काे उनके आत्मबल से अवगत कराते हुए कहा कि नारी ही प्रांरभ है। उसमें सभी प्रकार की क्षमताएं विद्धमान है, इसलिए हमे अब महिलाओं काे आत्मनिर्भर बनाना है, उनका उत्साहवर्धन करना है।
सहयोगी मंच संचालन कर रही ज्योति शर्मा एवं शिवानी शर्मा ने बताया कि विप्र परशुराम शक्ति देशभर में महिलाओं को संगठित करने के लिए संकल्पित है,आगे भी संगठन द्वारा इसी प्रकार के कार्यक्रम मातृशक्ति काे जागरूक करने के लिए तहसील, जिला स्तर सहित प्रदेश स्तर पर किये जाएंगे ।
मंच संचालक संजय शर्मा ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 6 महिलासरपंच, पार्षद,वार्डपंच सहित शिक्षा, साहित्य,चिकित्सा, खेल,मीडिया आदि विभिन्न क्षेत्रों में अपनी अथक मेहनत,योग्यता एवं प्रतिभा के बल पर स्वयं को स्थापित कर चुकी सौ से भी अधिक मातृशक्ति को आज मुख्य अतिथि आचार्य दीदी एवं मंचासीन अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया गया जिसमें उन्हें शॉल,मोमेंटो एवं तुलसी का पौधा भेंट करके उन्हें सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा को निर्धारित करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले आशीष शर्मा ने मुख्य सहयोग कर्ता विनय व्यास एवं संजय शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं काे सशक्त करने,उन्हें आगे बढाने एवं प्राेत्साहित करने के लिए खैरतल सहित पूरा अलवर शहर अपना हर सम्भव सहयोग प्रदान करेगा। कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को विनय व्यास, उमेशकांत विशिष्ठ, संजय शर्मा, आशीष शर्मा, साक्षी वशिष्ठ, शिवानी, ज्याेति, मीना शर्मा, शाेभा शर्मा, टिल्लू शर्मा आदि के सहयोग से सम्पन्न किया गया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित सशक्त शक्ति अभिमान सम्मान समारोह में बड़े उत्साह के साथ हजारों की संख्या में मातृशक्ति ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर कार्यक्रम को सफल बनाया।