जोईंट कमिश्नर यादव का अपनी पत्नी के साथ 500 परिंदे लगाने का मिशन
पशु पक्षियों के प्रति आम जन में सेवा भाव पैदा होगा तथा पर्यावरण के प्रति भी जागरूकता की भावना पैदा होगी। खाध ऋंखला में व इंसान व समाज के विकास में सदियों से पशु पक्षियों का महत्व पूर्ण योगदान रहा है
बहरोड, अलवर
कोरोना संकट के समय इस भीषण गर्मी के दौर में इंसान के अलावा सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं बेज़ुबान पशु-पक्षी। इन निरीह प्राणियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था हेतु परिंदे लगाने मे जुटे हुए हैं ज़ख़राना गाँव के इंकम टैक्स जोईंट कमिश्नर राजकुमार एवं इस कार्य में उनका सहयोग कर रही हैं उनकी पत्नी एवम् सन्तोष देवी ट्रस्ट की सचिव डा शानू राजकुमार।
यादव ने बताया कि पूरे बहरोड़ क्षेत्र एवं ख़ास तौर से ज़ख़राना गाँव, आसपास के जंगल, पहाड़ क्षेत्र एवं अन्य जगहों जैसे मंदिरो, गौशालाओं, स्कूलों आदि सार्वजनिक जगहों पर खुद , दोस्तों व अन्य जागरूक लोगों की मदद से वे इस अभियान में जुटे हैं। ताकि इस लॉक डाउन के समय का भी सदुपयोग हो तथा इस तपती गर्मी में इन निरीह प्राणियों की देख रेख हो सके।उन्होंने बताया कि इस से पशु पक्षियों के प्रति आम जन में सेवा भाव पैदा होगा तथा पर्यावरण के प्रति भी जागरूकता की भावना पैदा होगी। खाध ऋंखला में व इंसान व समाज के विकास में सदियों से पशु पक्षियों का महत्व पूर्ण योगदान रहा है तथा इनके प्रति हमारी ज़िम्मेदारी बनती है। संकट के इस समय में जहां पर्यावरण शुद्ध हुवा है उसे भविष्य में भी बनाए रखने के लिए यह जागरूकता जरूरी है।ताकि कारख़ाने बंद होने से साफ़ हुए इस पर्यावरण को लम्बे समय तक शुद्ध रखा जा सके।
श्री यादव ने इससे पहले भी हज़ारों पेड़ लगाकर पर्यावरण के प्रति अपने लगाव व ज़िम्मेदारी का परिचय दिया है। ऐसे बड़े पदों पर बैठे लोगों का इस तरह से समाज व पर्यावरण के प्रति लगाव ना केवल क़ाबिले तारीफ़ है साथ ही क्षेत्र व समाज के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं। जो प्रभावित होकर ऐसे सकारात्मक कार्यों में लगेंगे तो यह आगे चलकर अच्छे नागरिक व समाज के निर्माण में सहायक साबित होगा।
योगेश शर्मा की रिपोर्ट