कामां बाजार बंद रहा सफल, नगरपालिका शिफ्ट करने का व्यापारियों ने जताया विरोध
कामां (भरतपुर, राजस्थान) नगर पालिका प्रशासन द्वारा बिना मंडल की स्वीकृति और सूचना के रातों रात छुट्टी वाले दिन नगर पालिका कार्यालय को पुराने भवन से कस्बे से दो किलोमीटर दूर यात्री विश्राम गृह में शिफ्ट करने का कस्बे में भारी विरोध देखने को मिला व्यापारियो अपने बाजार बंद रखकर नगर पालिका व विधायक के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया बाजार बंद रखकर व्यापारियों ने कामां कस्बे के मुख्य बाजारों से होकर आक्रोश रैली निकाली और उपखंड कार्यालय पर पहुंचकर जमकर नारेबाजी प्रदर्शन किया प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम दिनेश शर्मा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा| नगर पालिका के खिलाफ कस्बे वासियों में इतना विरोध था कि लोगों ने स्वेच्छा से ही पूरी तरह अपने प्रतिष्ठान बंद रखे कामां कस्बे के बाजार पूरी तरह बंद रहे|
उल्लेखनीय है कि कल कामा नगरपालिका के 15 पार्षदों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेज पर नगर पालिका बिना बोर्ड मंडल की स्वीकृति के अचानक नगर पालिका को स्थानांतरित किए जाने को लेकर विरोध जताया था और नगरपालिका को पुराने भवन में ही संचालित करने की मांग की थी वही व्यापारियों का भी कहना है कि नगर निकायों के कार्यालय को इस तरह कस्बे के बाहर दूर ले जाना उचित नहीं है कस्बे वासियों को रोजमर्रा के कामों के लिए नगर पालिका में आना जाना लगा रहता है ऐसे में कस्बे से दूर नगरपालिका के चले जाने से लोगों को परेशानियों का सामना होगा कपड़े वासियों का कहना है कि नगर पालिका द्वारा पुराने भवन को छोड़कर फायर स्टेशन में निर्मित पर्यटन विभाग के यात्री विश्राम पर कब्जा कर नगर पालिका भवन को संचालित किया जा रहा है जो ब्रज यात्रियों के हितों पर कुठाराघात है| मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि पुराने नगर पालिका भवन में पर्याप्त मात्रा मात्रा में कमरे हैं और पिछले 3 वर्षों में करीब 30 लाख की लागत से 5 नए कमरों का निर्माण कराया गया है जिसमें नगर पालिका की विभिन्न शाखाएं सुचारू रूप से संचालित हो रही थी इसके अलावा 20लाख रुपए की लागत से नगर पालिका भवन में एक बड़े हॉल का निर्माण कार्य चल रहा है नगरपालिका के चौक में भी ₹10लाख रूपये का इंटरलॉकिंग कार्य हाल ही मे कराया गया है ऐसे में जब नगर पालिका के पास पर्याप्त भवन व कमरे हैं तो फिर नगर पालिका द्वारा रातों-रात छुट्टी वाले दिन यात्री विश्राम ग्रह पर कब्जा कर नगरपालिका को क्यों संचालित किया गया है जबकि यात्री विश्राम गृह में मात्र दो ही कमरे हैं ऐसे में कामां नगरपालिका की मंशा साफ नहीं लगती है ज्ञापन में बताया गया कि यदि जल्दी ही कस्बे वासियों की मांग पूरी नहीं होती है तो बड़ा जन आंदोलन छेड़ा जाएगा एसडीएम को ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंघल, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष रविंद्र जैन, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष निहाल मीणा, सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा ,व्यापार महासंघ के पूर्व अध्यक्ष दिलीप अरोड़ा ,पूर्व पालिका अध्यक्ष रामशरण दनगस,पूर्व पार्षद प्रदीप गोयल व किशोर तिवारी, अरुण पाराशर एडवोकेट जिला महामंत्री वसुंधरा राजे समर्थक मंच, पंडित रामजी लाल शर्मा, सहित अन्य कस्बा वासी मौजूद थे|