कामां नगरपालिका प्रशासन ने अतिक्रमण व नियम विरुद्ध किए निर्माणो को कराया घ्वस्त
नही सुनी गुहार, बिना चिन्हित तोडी दिवार
कामां (भरतपुर, राजस्थान/ उदयसिंह) कामां में नियमविरूद्व अतिक्रमण करके बनाई गई दुकानो को नगरपालिका ने बुधवार को पुलिस प्रशासन की मोजूदगी मे तोड दिया है।वही समाजसेवी अतिक्रमण चिन्हित करने के लिए गिडगिडाता फिर भी प्रशासन ने बिना सुने अधिक दीवार तोड डाली है। कस्बे के कोसी चोराहे से डीग जाने वाले सड़क मार्ग पर मार्च के महिने में सरकारी विधालय के खेल मेदान व बिना मंजूरी के नियमो को ताक मे रखकर व्यवसाई दुकाने का पक्का निमार्ण मिली भगत से शुरू हो गया शिकायते होने के बाद नगरपालिका प्रशासन ने खानापर्ति करते हुए काम रूकवाने का नाटक किया। इसके चलते करोडो रूपये की दुकान तैयार होकर खडभ् हो गई। जिन दुकाने मे राजनेताओ से लेकर स्थानिय प्रशासन व अन्य कर्मी भी लिप्त होने के चर्चाऐ क्षेत्र में गर्मती रही । उसकेे शिकायतो का दौर शुरू हुआ। मामला उच्च न्यायालय मे जाने के डर से लिप्त राजनेताओ ने इनको तुडवाने की योजना बनाई। जिसके साथ शिकायत कर्ता सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा के कदिमी रिहाशी मकान की बाउन्ड्री बाल सहित अन्य कस्बे के लोगो के घर के आगे बनी सिढियो को तोडने का नोटिस जारी किया। जिसमें दो दिन का 27 अप्रेल तक का समय दिया गया। सामाजिक कार्यकर्ता के पिता श्रीचंद मिश्रा की ओर से नगरपालिका में जबाब पेश किया। तथा मोखिक रूप से केई बार नगरपािलका के ईओ को अतिक्रमण चिन्हित करने का निवेदन किया गया। उसके बाद मोके पर सामाजिक कार्यकर्ता का परिवार प्रशासन के सामने गिडगिडाता रहा आप हमे चिन्हित करे मे हम स्वय हटा लेगे। लेकिन प्रशासन व नगरपालिका ने एक नही सुनी ओर दीवार को अपनी इच्छानुसार अधिक तोड दिया गया।अन्य के यहॉ भी कार्रवाही की गई है।
सत्य तंग परेशान किया जा सकता है झुकाया नही जा सकता है/ यह कहावत इन दिनो कामांं मे चरित्रार्थ होती नजर आ रही हेै हालाकी यह भी सही है चना के संग घुन भी पिस जाता है। सूत्रो के अनुसार कुछ दिनो पूर्व कामां मे नगरपालिका के चेयर मेन के चुनाव सम्पन्न हुए है। जिसमे केई राजनेतओ के अच्छी गुफत -गू होती रही है। एक राजनेता ने दोस्ती की खातिर चेयर में बोर्ड बनाने के लिए सदस्य देकर पूरी मदद का आश्वासन दिया था।लेकिन वो भी चपेटे मे आ गए है। लेकिन आज वह कहावत साफ गई है सांप हमेशा जहर उगलता उसे कितना दूध पिलाओ।यह भी सही है लालच बुरी बला है। अतिक्रमण के मामले मे सामाजिक कार्यकर्ता ने समाज हित में शिकायते कर अधिकारी व राजनेताओ से विरोध ले लिया था दूसरा वो उनकी चोथ बसूली में बउे रोडा माने जा रहे है। इसलिए उनको तोडने झुकाने के लिए अतिक्रमण बताकर प्रताडित करने का असफल प्रयास किया गया। कार्यवाही मोजूद पहाड़ी के संजय गोयल एसडीएम, कामां कीसीओ प्रदीप कुमार यादव, नगरपालिका के ईओ श्याम विहारी गोयल,तहसीलदार पुलिस बल मोजूद था। किनकिन के अतिक्रमण हटाऐ गए इस सम्बध में नगरपालिका के ईओ श्याम विहारीसे सम्पर्क करने का प्रयास किया गया।लेकिन उन्होने फोन रिसीव नही किया है।इसलिए किन किन के अतिक्रमण हटाएक गए विस्तृत जानकरी नही मिल सकी है।