किशनगढ़बास पुलिस ने मूर्ति खंडित मामले का किया खुलासा
किशनगढ़बास पुलिस ने मूर्ति खंडित मामले का किया खुलासा आरोपी को किया गिरफ्तार । प्रेमिका ने बेपनाह प्यार करने के बावजूद आरोपी को दिया धोखा , प्रेमिका के अन्य किसी से शादी कर लेने से आरोपी हो गया था अपसेट और जमकर पीने लगा शराब
अलवर
किशनगढ़बास थानाप्रभारी विक्रम सिंह के अनुसार कस्बे के किले पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में मूर्ति खंडित करने के मामले में गठित टीम में शामिल कांस्टेबल धनसिंह, रघुवर,फूलसिंह,नरेश कुमार और ब्रिजेश कुमार ने चौबीस घण्टे के भीतर मामले का खुलासा करते हुए आरोपी ओमवीर उर्फ सतीश उर्फ सत्ता निवासी वार्ड पंद्रह किशनगढ़बास को भिवाड़ी औधोगिक नगरी से गिरफ्तार किया है।दरअसल आरोपी ओमवीर दिल दिमाग से सीकर जिले की एक युवती से बेपनाह प्यार करता था।उसने अपनी प्रेमिका को जीवन साथी बनाने की ठान रखी थी।प्रेमिका भी आरोपी को जीवन संगनी बनने का लगातार वादा करती रही लेकिन प्रेमिका ने आरोपी को अचानक सार्वजनिक धोखा देकर किसी अन्य युवक से मानसिक रिश्ते बना कर शादी कर ली।आरोपी अपनी प्रेमिका की बेवफाई को बर्दाश्त नहीं कर पाया और शराब पीकर अपने गम भुलाने का प्रयास करने लगा। कमबख्त शराब से आरोपी अपना गम तो भुला नहीं सका लेकिन कानूनी शिकंजे में फस गया। हालांकि आरोपी की धार्मिक विचारधारा है इसीलिए वह अपना अधिकतर समय उसी मंदिर में गुजारता है जिसमें उसने मूर्ति खंडित की है लेकिन वह अपनी प्रेमिका का धोखा बर्दास्त नहीं कर पा रहा था।नशे में प्रेमिका के खोने का गम भुलाने के प्रयास में दारू पीना उसके लिए राहत की बजाय आफत बन गई।उसे ऐसा महसूस होने लगा कि ईश्वर ने भी उसके सच्चे प्यार की आवाज नहीं सुनी इसीलिए प्रेमिका ने उसे धोखा दिया है।बहरहाल प्यार में प्रेमिका की बेवफाई को विधाता से जोड़कर ईश्वर का साथ नहीं देने की सोच के चलते आरोपी ने शराब के नशे में मूर्तिया खंडित कर दी। पुलिस टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है।सनद रहे प्यार में गच्चा खाकर पगला जाना युवाओं के लिए ही नहीं वरन परिपक्व वर्ग के लिए भी सामान्य है।
राजीव श्रीवास्तव की कलम से