दिव्यांगों को उनकी क्षमताओं से जाने उनकी अक्षमताओं से नहीं - डॉ. सविता गोस्वामी
बहरोड़ (अलवर, राजस्थान/ मयंक जोशीला) विश्व दिव्यांग दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मंथन फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित दिव्यांग बच्चों के निःशुल्क विद्यालय मंथन स्पेशल स्कूल में बच्चों को यूनिफॉर्म वितरित की गयी। इस अवसर पर मंथन सचिव डॉ. सविता गोस्वामी ने सभी को विश्व दिव्यांग दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हर व्यक्ति कुछ क्षमताओं और अक्षमताओं को लिए पैदा होता है। शारीरिक एवं मानसिक दिव्यांगता लिए इन बच्चों में भी बहुत सी क्षमताएं हैं। मंथन स्पेशल स्कूल के माध्यम से इन बच्चों की इन्हीं क्षमताओं को पहचानकर तराशने का कार्य किया जा रहा है। इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने में हम सभी को सहयोग करना चाहिए। ऐसे बच्चों को सहानुभूति नहीं सहयोग की आवश्यकता होती है। हम सभी यदि मिलकर सहयोग करें तो ये बच्चे भी समाज का एक मुख्य हिस्सा बन सकते हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के उन बच्चों को भी सम्मानित किया गया जिनका प्रदर्शन श्रेष्ठ रहा जिसमें विराट और नेहा को पढ़ाई और एक्सरसाइज में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए मेडल प्रदान किए गए। वहीं मंथन संस्थापक डॉ. पीयूष गोस्वामी ने कहा कि समाज में दिव्यांग बच्चे उपेक्षा के शिकार हैं। समाज में ऐसे बच्चों को उपेक्षा की दृष्टि से देखा जाता है
जिससे ये बच्चे हीन भावना से ग्रसित हो जाते हैं। ऐसे में सभी को इन बच्चों के प्रति अपनी सोच को बदलने की आवश्यकता है। उचित सम्मान, सहयोग, प्यार अगर इन बच्चों को दिया जाए तो ये बच्चे भी अद्भुत प्रदर्शन दे पाने में सक्षम हैं। इस अवसर पर डॉ. पीयूष गोस्वामी, शालिनी शर्मा, अंकित सेन, मोनिका मेघवाल,ज्योति, विराट नेहा, सुमित,अनमोल, दीक्षित सहित अन्य जन उपस्थित रहे।