ज्ञान भक्ति एवं वैराग्य का मार्ग है श्रीमदभागवत कथा -पाराशर
डीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) ज्ञान भक्ति एवं वैराग्य का मार्ग ही श्री मद्भागवत कथा है।इसका श्रवण करने एवं सुनने मात्र से ही मनुष्य भव सागर से तर जाता है।यह बात रविवार को कस्बे के तेली पाड़ा मौहल्ला में श्री मद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ करते हुए लक्ष्मण मंदिर के के महंत पंडित मुरारी लाल पाराशर ने कही।प्रारंभ में कलश यात्रा निकाली गई जो कस्बे के तेली पाड़ा से शुरु होते हुए लक्ष्मण मंदिर, घंटाघर,नई सड़क पुराना बस स्टैंड, गणेश मंदिर ,पुरानी अनाज मंडी होते हुए आयोजन स्थल पर पहुंची।जिसमे बड़ी संख्या में महिलाऐं अपने सिर पर मंगल कलश धारण कर मंगल गीत गाते हुई चल रही थी। श्रीमद्भागवत कथा का महात्तम बताते हुए पाराशर ने कहा श्रीमद् भागवत कथा सुनने मात्र से जीव का कल्याण हो जाता है। इस श्रीमद् के पीछे एक मर्म छुपा हुआ है कि जब धन का अहंकार हो जाए तो भागवत सुन लो अहंकार खत्म हो जाता है।अंत मे व्यक्ति इस संसार से सिर्फ अपने कर्म लेकर जाता है। इसलिए हमें अच्छे कर्म करने चाहिए।इस मौके पर बड़ी संख्या में महिला पुरुष मौजूद थे।