नवसृजित पंचायत समिति गोविंदगढ़ के गायब हुए लाखों रुपए , मचा हडकम्प जानिए कैसे
नवसृजित पंचायत समिति गोविंदगढ़ के लिए वित्त विभाग के द्वारा जारी की गई राशि के पंचायत समिति के खाते में नहीं पहुंचने को लेकर अधिकारी एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे लेकिन अपनी जिम्मेदारियों से वह भागते हुए नजर आए वित्त विभाग के द्वारा जारी राशि के बारे में कई महीने गुजर जाने के बाद भी अधिकारियों के द्वारा नहीं ली गई कोई सुध मामला खुलने पर अधिकारियों में मचा हड़कंप
गोविंदगढ़ /अलवर / अमित खेडापति
अलवर जिले की गोविंदगढ़ पंचायत समिति नवसृजित पंचायत समिति है विश्व का प्रथम कार्यकाल इसी सत्र में प्रारंभ हुआ है जिसके कार्य के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रथम अलॉटमेंट राशि सितंबर माह में जारी की गई थी जोकि 33,77,635 थी
यह राशि 15 वें केंद्रीय वित्त आयोग के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021- 22 में देर पंचायत समितियों को देय मूल अनुदान (टाईड फण्ड) की प्रथम किस्त ई पंचायत सॉफ्टवेयर के माध्यम से पंचायत समितियों के PFMS Portal पर रजिस्टर्ड बैंक खातों में ऑनलाइन प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान करते हुए डाले गए थे जिसका स्वीकृत लेटर 17 सितंबर 2021 को जारी किया गया था
जहां वित्त विभाग के द्वारा जारी की गई राशि सरकारी खाते में जाने के बजाय एक ग्रामीण के खाते में चली गई और वह इस रकम को धीरे-धीरे निकालकर प्रयोग में लेता रहा अचरज की बात तो यह है कि सरकारी अधिकारी इस बात से लगातार बेखबर रहे गुरुवार को लेखा अधिकारी के द्वारा जब इसकी जानकारी की गई तो उनकी पैरों तले जमीन खिसक गई क्योंकि पंचायत समिति के खाते में कोई राशि नहीं थी अधिकारी के द्वारा जब इसकी जानकारी ली गई तो उन्हें पता चला कि पंजाब नेशनल बैंक के खाता धारक हवा सिंह निवासी फतेहपुर खुर्द थाना नगर जिला भरतपुर के खाते में यह राशि जा चुकी थी
पंचायत समिति गोविंदगढ़ विकास अधिकारी प्रहलाद मीणा एवं लेखा अधिकारी सुरेंद्र के द्वारा पुलिस थाना गोविंदगढ़ में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई जहां से पुलिस थाना अधिकारी सुरेश सिंह पहाड़िया के साथ वह हवा सिंह के गांव पहुंचे जहां जानकारी मिली की वह व्यक्ति खाते से पूरी रकम निकाल चुका है और खाते में मात्र ₹2000 है
अब अधिकारी इस रकम की वसूली के प्रयास में जुटे हैं गौरतलब है कि 4 अप्रैल 2021 को गोविंदगढ़ पंचायत समिति अस्तित्व में आई थी और इसका चार्ज रामगढ़ विकास अधिकारी प्रेमराज मीना व लक्ष्मणगढ़ लेखा अधिकारी सुरेंद्र को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था संचालन के लिए विकास अधिकारी मीना ने अपनी आईडी से पीएनबी गोविंदगढ़ शाखा में पंचायत समिति का बैंक खाता खोला इसकी डिटेल सरकारी पोर्टल पर विकास अधिकारी की बीएससी से अपलोड कर दी गई गड़बड़ी यह हुई कि विकास अधिकारी ने पंचायत समिति की बजाय उसी बैंक के खाता धारक हवा सिंह का बचत खाता नंबर सरकारी पोर्टल पर अपलोड कर दिया जो कि पंजाब नेशनल बैंक के खाता नंबर 8748000100××××× है
इस खाते में मई 2021 के बाद पंचायत समिति क्षेत्र के विकास के लिए सरकारी राशि जमा होती रही गत महीनों में लाखों रुपए आए लेकिन अधिकारीयों ने बैंक खाते पर नजर नहीं डाली इस दौरान विकास अधिकारी प्रेमराज मीना का अगस्त में तबादला हो गया इसके बाद प्रहलाद मीणा ने कार्यभार संभाला लेकिन फिर भी विकास अधिकारी के द्वारा सितंबर माह में जारी की गई राशि पर ध्यान नहीं दिया गया और यही लापरवाही लेखा अधिकारी के द्वारा भी दर्शाई गई मामले का खुलासा गुरुवार को लेखा अधिकारी के द्वारा खाते की जांच करने पर हुआ जिसमें कोई राशि ना पाकर अधिकारी समय रह गए थे वही हवा सिंह के द्वारा पूरी राशि निकालकर कार्य में ली जा चुकी है
अधिकारियों की माने तो जब वह है हवा सिंह के मकान पर पहुंचे तो वहां पर मकान का निर्माण कार्य चल रहा था जहां हवा सिंह के पिता ने इस मामले में अनभिज्ञता जारी की और रकम निकालने और खर्च के बारे में कोई जानकारी नहीं होना बताया उन्होंने पुलिस को यह कहा कि अगर रकम गलत तरीके से आई है तो वह उसे वापिस जरूर कराएंगे
वित्त आयोग के द्वारा पंचायत समिति के लिए जारी की गई राशि के पत्र पंचायत समिति पहुंचते रहे लेकिन अधिकारी सोते रहे
गौरतलब है कि इस मामले में पूरी तरह से अधिकारियों की लापरवाही सामने नजर आ रही है वित्त आयोग जब भी कोई राशि खाते में जारी करता है तो इसके बाद अलॉटमेंट लेटर जारी करता है जबकि पंचायत समिति के खाते में रुपया पहुंचा है नहीं और अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे थे और उनके द्वारा नाही बैंक के रिकॉर्ड चेक कराए जा रहे थे कई पत्र आने के बाद लेखा अधिकारी गुरुवार को बैंक में जानकारी लेने पहुंचे कि अगर सरकार से पैसा आ रहा है तो जा कर रहा है जिस पर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ