आंदोलन के सक्रिय सदस्यता अभियान की शुरुआत एक माह में एक लाख से अधिक सक्रिय सदस्य बनाने का लक्ष्य
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम् जैन)आदिबद्री व कनकाचल पर्वत पर हो रहे खनन को पूर्णतया बंद कराने के मांग को लेकर ड़ीग उपखंड के गॉव पसोपा जारी धरने के 207 वे दिन मंगलवार को आंदोलन आगामी रणनीति को तय करने के लिए आंदोलनकारियों की एक बैठक आदिबद्री धाम में आहूत की गई जिसमें सर्व सम्मति से आंदोलन को गति देने के लिए एक लाख सक्रिय सदस्य वनाने का निर्णय लिया गया।
महंत शिवराम दास की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस बैठक में पूर्व विधायक गोपीचंद गुर्जर, समिति के संरक्षक राधा कांत शास्त्री, सक्रिय सदस्यता अभियान के समन्वयक ब्रजकिशोर बाबा, हरि बोल दास बाबा, भूरा बाबा, मुकेश शर्मा, सुल्तान सिंह प्रमुख रूप से मोजूद थे। बैठक में सक्रिय सदस्यता अभियान की जिम्मेदारी मान मंदिर के संत ब्रजकिशोर बाबा को सौपी गई । पूर्व विधायक गुर्जर ने बताया है कि वर्तमान में भरतपुर जिले में लागू चुनाब आचार संहिता के दौरान आंदोलन के अंतर्गत जो बड़े कार्यक्रम होने हैं उनकी भी रूपरेखा वैठक में तय की गई जिसमें प्रमुख रूप से संत सम्मेलन, गौ सेवक सम्मेलन एवं पर्यावरण सम्मेलन सम्मिलित है। राधाकांत शास्त्री ने बताया की हमने सरकार पर भरोसा करके की वह शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेगी साधुओं के आमरण अनशन को सोमवार को क्रमिक अनशन में तब्दील किया है। अगर इस दौरान सरकार अपने वायदे के अनुसार हमारी मांग को लेकर निर्णायक बैठक नहीं करती है। इसके लिए हमने आज एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है। जिसके अंतर्गत भरतपुर अथवा डीग में कई हजारों की संख्या में साधु-संत, भक्त व स्थानीय ग्रामीण एकत्रित होकर अनिश्चितकालीन महापड़ाव डालेंगे । इसके अंतर्गत बड़े स्तर पर आमरण अनशन एवं अन्य प्रकार के उग्र प्रदर्शन की भी पूरी संभावना है । बैठक के अंदर यह भी तय किया गया की कुछ साधु जो खनन माफिया के हाथों खिलौना वनकर ब्रज के पर्वतों पर खनन के पक्ष में हैं । उनको संत समाज से बहिष्कृत करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी संपर्क अभियान भी चलाया जाएगा ।एवं ऐसे साधुओं को बेनकाब करने के लिए देशभर के हर महामंडलेश्वर, संत, शंकराचार्य, पीठाधीश्वर, अखाड़ा प्रमुख आदि से संपर्क साधा जाएगा।
मंगलवार को धरना स्थल पर ब्रजकिशोर बाबा, संत सेनानायक, राजीव शर्मा, राधे श्याम बाबा, देवी सिंह क्रमिक अनशन पर बैठे। प्रवक्ता साध्वी मधुबनी एवं संत बरसाना शरण बाबा ने संदेश दिया की ब्रज के पर्यावरण, प्राकृतिक सम्पदा, संस्कृति व सनातन धर्म की रक्षा ही ईश्वर की सच्ची आराधना है और पूर्व में भी कई भक्तों ने ब्रज की इस प्रकार की उपासना करके ईश्वर का साक्षात्कार किया है। धरना स्थल पर मंगलवार को सैकड़ों ग्रामीणों व साधु-संतों के अलावा प्रमुख रूप से कृष्ण चैतन्य बाबा, विजय दास बाबा, हनुमान दास बाबा, मोनी बाबा, नारायण दास बाबा, हनी भगत आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।