नन्हे मीत ने कैंसर रोगियों के लिए डोनेट किये बाल
भीलवाड़ा (राजस्थान/ बृजेश शर्मा) अपने स्वार्थ के लिए तो हर कोई भागता दौड़ता है, ज़िंदगी का असल मज़ा तो तब है जब कोई निःस्वार्थ, सिर्फ दूसरो के लिए अपना कुछ त्याग दे.
आज के इस दौर में जहां संवेदनशीलता की कमी हर कहीं देखने को मिलती है, वहीं कुछ ऐसे भी उदाहरण सामने आजाते है जिससे इंसानियत फिर से ज़िंदा हो जाती है.
ऐसा ही एक नेक काम किया है 13 वर्ष के मीत कालिया ने, जिन्होंने दो वर्षों तक अपने बालों को सिर्फ इसलिए बढ़ाया ताकि वे कैंसर पीड़ितों के लिये उन्हें दान कर सके,रोटरी क्लब उदयपुर ‘पन्ना’ तथा ऑल इण्डिया हेयर एंड ब्यूटी एसोसिएशन (AIHBA) के माध्यम से मीत ने केंसर रोगियों के लिए अपने बालो को डोनेट किया.
चंद्रकांता और जय कालिया के पुत्र मीत भीलवाड़ा के संगम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में कक्षा 7 के छात्र है.
मीत के पिता जय कालिया ने बताया कि मीत ने जब कैंसर पीड़ितों को देखा तब उसके मन मे उन्हें मदद करने की भावना उत्पन्न हुई और अपने बालो को डोनेट करने की बात की.
कैंसर के रोगियों में अक्सर कीमोथेरेपी के बाद अस्थाई रूप से बाल उड़ने की समस्या रहती है, तभी विग की आवश्यकता होती है.
अपने माता-पिता और परिवार के सहयोग से मीत अपने कैम्पेन मे लग गये और इसे पूरा करने मे उसे 12 इंच लम्बे बालो की आवश्यकता थी जिसमे उन्हें दो वर्ष लगे.
मीत ने कम उम्र मे समाज के प्रति संवेदनशीलता के बेहतरीन उदाहरण दिया और न सिर्फ अपनी उम्र के बच्चो के लिए बल्कि सभी उम्र के लोगो के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गए.
मीत कहते है - "ख़ुशी इसमें नहीं है कि हम क्या पाते हैं बल्कि इसमें है कि हम क्या देते हैं".