जन-जाग्रति अभियान में लुपिन की भागीदारी अव्वल-हिमाशुं गुप्ता
मुख्यमंत्री वैक्सीनेशन फण्ड को लुपिन ने दिए 2 लाख, डीएम हिमाशुं गुप्ता को सीताराम गुप्ता ने सौंपा चेक
भरतपुर (राजस्थान/ रामचन्द सैनी) कोविड-19 संक्रमण से मानव जीवन के बचाव,कोविड प्रोटोकाॅल एवं लाॅकडाउन की पालना तथा कोविड वैक्सीनेशन के प्रति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा राज्य में चलाए जा रहे जन-जाग्रति अभियान में भागीदारी अदा करने के लिए मुख्यमंत्री वैक्सीनेशन फण्ड में आर्थिक सहयोग प्रदान करने की अपील की और मुख्यमंत्री गहलोत एवं चिकित्सा राज्यमंत्री डाॅ.सुभाष गर्ग ने दूरभाष पर लुपिन फाउन्डेशन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता से उक्त फण्ड सहयोग प्रदान करने की अभिशंषा तथा जिला कलक्टर हिमाशुं गुप्ता ने आग्रह किया,जिस पर लुपिन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता ने मुख्यमंत्री वैक्सीनेशन फण्ड को दो लाख रूपए की राशि प्रदान की। उक्त राशि का चेक सोमवार को अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता एवं क्षेत्रिय कार्यक्रम प्रबन्धक डाॅ.राजेश शर्मा ने जिला कलक्टर हिताशुं गुप्ता को प्रदान किया। चेक प्राप्ति के बाद जिला कलक्टर हिमाशुं गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से मानव जीवन सुरक्षा एवं कोविड वैक्सीनेशन के प्रति राज्य में चलाए जा रहे जन-जाग्रति अभियान में भामाशाहों की आवश्यकता है,जिससे 18 से 45 साल की आयु के प्रत्येक व्यक्ति को निःशुल्क कोविड वैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोज लग सके,साथ ही कोविड-19 संक्रमण से पीडित व्यक्ति का समय पर उपचार हो सके। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निःशुल्क कोविड वैक्सीनेशन का फण्ड एकत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री वैक्सीनेशन फण्ड का गठन किया,जिसके तहत भामशाहों से धन एकत्रित किया जा रहा है। भामाशाहों के द्वारा उक्त फण्ड में पूरा सहयोग प्राप्त हो रहा है। उन्होने कहा कि लुपिन फाउन्डेशन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता के द्वारा उक्त फण्ड के लिए 2 लाख रूपए का चेक भेंट किया गया है। लुपिन की भांति अन्य संस्थान एवं भामाशाहों को राज्य सरकार का सहयोग प्रदान करना चाहिए,जिससे राज्य सरकार को अधिक आर्थिक भार नही उठाना पडे। उन्होने कहा कि लुपिन ने साल 2020 से आज तक कोविड-19 संक्रमण से मानव जीवन की रक्षा के लिए प्रशासन,पुलिस,चिकित्सा,राजस्व सहित अन्य विभाग को थर्मा मीटर गन,मास्क,सेनेटाइजर,ग्लब्स,छाता आदि कोविड राहत सामग्री उपलब्ध कराई तथा इसी प्रकार से आमजन,पैदल प्रवासी श्रमिक,गरीब,किसान,मजदूर,जरूरतमन्द परिवार एवं व्यक्तिगत को राशन सामग्री,भोजन,यातायात सुविधा,रात्रि विश्राम, जलपान, दवा, मास्क,सेनेटाइजर आदि राहत सामग्री उपलब्ध कराई,जिसकी प्रशासन सहित अन्य विभाग तथा आमजन आज भी सराहना कर रहा है। उन्होने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए राज्य सरकार के द्वारा चलाए जा रहे जन-जाग्रति अभियान में लुपिन संस्थान का सहयोग सराहनीय एवं जिले में अव्वल है। लुपिन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए लुपिन के द्वारा जन‘जाग्रति अभियान चलाया जा रहा है,जिसके तहत जिले के शहरी व ग्रामीण अंचल में कोविड बचाव की राहत सामग्री वितरण की जा रही है,प्रशासन,पुलिस,चिकित्सा आदि विभाग सहित आमजन को मास्क,सेनेटाइजर आदि राहत सामग्री बांटी जा रही है। उन्होने बताया कि लुपिन के द्वारा कोविड संक्रमण से पीडित व्यक्ति को चिकित्सालय से उसके निवास तक लाने व ले जाने के लिए निःशुल्क आॅटो एम्बूलेंस सुविधा भी जारी है। प्रथम चरण में अभी केवल भरतपुर शहर में ही ये सुविधा चालू की है,उक्त एम्बूलेंस का समस्त धर्म व जाति के लोग उठान रहे है,जिससे कोविड संक्रमण से पीडित व्यक्ति को उपचार के लिए साधन को भटकना नही पडे। उन्होने बताया कि लुपिन के द्वारा भरतपुर शहर एवं ब्लाॅक स्तर पर बनाए गए कोविड उपचार सेन्टर पर सहयोग प्रदान किया जा रहा है। उन्होने बताया कि लुपिन के द्वारा मुख्यमंत्री वैक्सीनेशन फण्ड के लिए दिए गए दो लाख की राशि में लुपिन कार्मिकों के 2 दिन के वेतन के रूप में एक लाख 68 हजार रूपए तथा शेष राशि स्वयं एवं भामाशाह त्रिवेणी गुप्ता व गौरव गुप्ता ने निजी आय से दी। क्षेत्रिय कार्यक्रम प्रबन्धक डाॅ.राजेश शर्मा ने लुपिन के द्वारा जिले में कोविड-19 संक्रमण से बचाव ,लाॅकडाउन, कोविड प्रोटोकाॅल,कोविड उपचार सेन्टर आदि पर किए जा रहे काम की विस्तार से जानकारी दी। जिला स्वास्थ्य, शिक्षा व विकास अधिकारी पुनीत गुप्ता ने बताया कि लुपिन के अघिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता के द्वारा कोविड संक्रमण से बचाव, चिकित्सा, शिक्षा,पेयजल, स्वरोजगार, कोविड प्रोटोकाॅल आदि क्षेत्र में उल्लेखनीय काम कराए जा रहे है और कोविड प्रोटोकाॅल की पालना एवं लाॅकडाउन को मददेनजर रख गरीब ,मजदूर, अनाथ, किसान, जरूरतमन्द परिवार एवं व्यक्तिगत लोगों की आर्थिक मदद के अलावा राशन सामग्री व भोजन आदि उपलब्ध कराए जा रहे है।