महात्मा फूले ने सामाजिक क्रांति की जगाई अलख: माली
महात्मा फूले की 131वीं पुण्यतिथि मनाई, पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
गुरला (भीलवाडा, राजस्थान/ बद्रीलाल माली) भीलवाड़ा भारत के महान सामाजिक पुरोधा महात्मा ज्योतिबा फूले की 131वीं पुण्यतिथि रविवार को फूले सेवा संस्थान के तत्वावधान में मनाई गई। इस अवसर पर महात्मा ज्योतिबा फूले की भीलवाड़ा स्थित देवरिया बालाजी के समीप प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया गया।
फूले सेवा संस्थान के अध्यक्ष गोपाल लाल माली ने पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने आजादी से 100 साल पहले देश में सामाजिक क्रांति की अलख जगाई थी। छूआछूत, ऊंच नीच, भेदभाव आदि तमाम कुरीतियों का उन्मूलन कर सामाजिक समरसता का उन्होंने देश को संदेश दिया। युवा पीढी को आज महात्मा ज्योतिबा फुले के इस संदेश को आत्मसात करने की जरूरत है। महात्मा ज्योतिबा फुले की शिक्षाएं वर्तमान में भी प्रासंगिक हैं। महात्मा जी ने सामाजिक कुरीतियों का पुरजोर विरोध किया तथा शिक्षा के प्रचार-प्रसार में अनुकरणीय योगदान दिया था। आज हम सभी संकल्प लें कि उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करें।
विचार गोष्ठ एवं पुष्पाजंलि कार्यक्रम में बंशीलाल माली, भैरूलाल माली, शंकर लाल गोयल, शंभु प्रसाद माली, नानूराम गोयल, पुषालाल तुन्दवाल, लक्ष्मण सरिवाल, रोशन माली, मूलचंद छुलिवाल, नारू माली, मोहन लाल बुलिवाल, सम्पत बुलिवाल, देवीलाल रागस्या, जगदीश ढिबरिया, कालूराम मोरी, रामपाल छुवाण, गणपत माली, भगत प्रजापत सहित संस्था के समस्त पदाधिकारीगण एवं सदस्य सहित समाज के गणमान्य लोग एवं फूले अनुयायी उपस्थित थे।