युवाओं की मांग रैणी तहसील पर खुले महाविधालय, उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
रैणी,अलवर
रैणी,अलवर- रैणी उपखंड कार्यालय पर रैणी तहसील के जागरूक युवाओं द्वारा मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोंपकर महाविधालय खोलने की मांग की गई है। ज्ञापन में बताया गया की रैणी तहसील अलवर जिलें का एक महत्वपूर्ण कस्बा होने के साथ साथ रैणी तहसील भी है जिस पर एक उपखंड कार्यालय भी मौजूद है रैणी कस्बा की अाबादी लगभग 16000 है रैणी कस्बा 200 गांवो की सीमाओं से जुड़ा हुअा हैं इस क्षैत्र की लगभग 80% प्रतिशत अाबादी अनुसूचित जाति ,जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं जो विशेष रूप से खेती बाड़ी पर अात्मनिर्भर हैं अपना जीवन मजदूरी करके कर रहे हैं देश के 74 साल बाद भी इस तहसील क्षैत्र की गिनती अलवर जिलें के पिछड़ा हुअा क्षैत्रों मे होती है जिसका मुख्य कारण शिक्षा का अभाव होना इस तहसील क्षैत्र के लिए दुर्भाग्य की बात है की लगभग 25 से 30 साल के प्रयासो के बावजूद भी महाविधालय नही खुल पाया अब तक कितने पार्टी के नेता चुनाव लड़कर विधायक बने तथा विधाायक पद जीतकर भी महाविधालय नही ला पाये यह रैणी कस्बा तहसील के लिए बड़े शर्म की बात हैं रैणी क्षैत्र में महाविधालय नही होने का कारण गरीब वर्ग के बेटे तथा बेटियां अपनी पढ़ाई 10 वी एवं 12 वी शिक्षा ग्रहण कर विधालय छोड़ देते है क्यों की एक तरफ परिवार की गरीबी तथा दूसरी तरफ स्थानिय स्तर पर उच्च शिक्षा के लिए महाविधालय की कमी का अभाव होने के कारण पढ़ाई छोड़ देने के लिए विवश हो जाते है गरीब परिवारों मे शिक्षा की काबिलियत तथा हुनर रखने वाले बच्चों की मेहनत एक सपने सजोय के रूप में साकार होने की वजाय टूंटकर बिखर जाती हैं कला के हुनर को दिखाने से पूर्व ही टूटे हुए सपनों के कारण सरकारी सेवाओं मे प्रतिभागी बनने से वंचित रह जाते हैं जो उनके लिए बड़ा अन्याय जैसा हैं काबिलियत रखने वाले गरीब बच्चों के सामने बेरोजगारी की समस्या लगातार बढ़ती जा रही हैं। इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए युवाओं ने राजस्थान मुख्यमंत्री गहलोत सरकार से रैणी क्षैत्र में शीध्र महाविधालय खुलवाने की मांग की है जिससे अपने स्तर क्षैत्र पर ही बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त कर सफलता मिल सकें।
- संवाददाता योगेश गोयल की रिपोर्ट