गोवंश के बछड़ों को बचाने के लिए राज्य सरकार में विरोध दर्ज करवाने हेतु मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
दौसा :- राजस्थान मे देशी गोवंश के 3 साल से छोटे बछड़ों को निर्यात करने पर कोर्ट द्वारा लगाई गई पाबंदी को यथावत रखने को लेकर दौसा जिले के अनेकों गो सेवी संगठनों के साथ गौ सेवकों गौशाला संचालकों द्वारा सोमवार को दोसा जिला कलेक्टर पीयूष सांवरिया को मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा! केंद्रीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के प्रतिनिधि गौ ग्राम सेवा संघ राजस्थान के प्रदेश महामंत्री गो पुत्र अवधेश अवस्थी ने बताया कि राजस्थान सरकार के कुछ विधायक और मंत्रियों द्वारा वर्तमान राजस्थान सरकार पर दबाव बनाकर राजस्थान के देसी गोवंश के 3 साल से छोटे बछडो के साथ अमानवीय अत्याचार करने के उन्हें निर्यात करने की छूट देने की मांग पर पर तुली है,
जबकि बड़ी मुश्किल से गौ रक्षा दल राजस्थान ने वर्ष 2014-15 मे राज्य सरकार पर वाद दायर करके माननीय उच्च न्यायालय से 3 वर्ष से छोटे बछड़ों को निर्यात नहीं करने के आदेश पारित करवाए थे वर्तमान राज्य सरकार के कुछ विधायक और मंत्री कसाई समाज के दबाव में राजस्थान के देसी नस्ल के बछड़ों की उम्र 3 वर्ष से कम करके, उसे राज्य से बाहर भेजना चाहती है, जिससे छोटे छोटे बछड़ों को निर्यात के नाम पर बाहर क़त्ल खानों में ले जाकर कमाई की जा सके जो कि हम सब यह नहीं चाहते हैं
क्योंकि 3 बरस से छोटे बछड़े कभी भी खेती के काम नहीं आते है, वह मात्र कत्लखाने जाता है, क्योंकि छोटे बछड़ों का मांस महंगे भाव से बिकता है। इसलिए कसाई उसकी मांग अधिक करते हैं, वर्तमान सरकार के कुछ मंत्री व कुछ क्षेत्रों के विधायक, यह कार्य सरकार पर दबाव देकर 3 वर्षीय छोटे बछड़ों को भी निर्यात कराने की छूट जारी कराने के लिए उतारू हैं, हम सभी गौ भक्त, गौ सेवक, जीव जंतु प्रेमी, गौ रक्षा दल के कार्यकर्ता,व सभी गौशाला संचालक इस निर्णय का कड़ा विरोध करते है
गोपुत्र अवधेश अवस्थी ने कहा कि परंतु वर्तमान गो विरोधी सरकार के कुछ विधायक मंत्री यह निर्णय लेकर राज्य के देशी गोवंश को हानि पहुंचाने की चेष्टा कर रही है। अत: हम सभी गो सेवी संगठन गौ सेवक गौशाला संचालक जीव जंतु प्रेमी इसका कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए सरकार से मांग करते हैं कि पूर्व के नियमों में संशोधन नहीं किया जावे जिससे छोटे-छोटे गौमाता बछड़ों की रक्षा की जा सके इस अवसर पर विभिन्न संगठनों का नेतृत्व करते हुए गौ भक्त सुशील शर्मा, सीताराम शर्मा, सतीश पारीक, गिर्राज सेन, लक्ष्मण चौधरी, रामबाबू शर्मा, छवि जांगिड़, अशोक शर्मा, गोपुत्र अवधेश अवस्थी घनश्याम शर्मा और एडवोकेट जयंत जोशी, एडवोकेट जगत सिंह, एडवोकेट त्रिलोक चंद्र, मनीष शर्मा और राहुल जैन सहित अनेक गौ भक्त जीव जंतु प्रेमी गौशाला संचालक शामिल हुए