ईस्टर्न राजस्थान केनाल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना धोषित करने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
बयाना भरतपुर
बयाना 26 अक्टूबर। किसान संधर्ष समिति की ओर से सोमवार को यहां प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित अलग अलग ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी सुनील आर्य को सौंपकर पेयजल व सिंचाई के लिऐ पानी की समस्या का समाधान व ईस्टर्न राजस्थान केनाल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर स्वीकृत करने की मांग की। संघर्ष समिति के संयोजक इन्दलसिहं जाट के नेतृत्व में सौपे गऐ ज्ञापन में बताया गया है कि राज्य सरकार की ओर से केन्द्र को भेजी गई ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर स्वीकृति किये जाने से पूर्वी राजस्थान के 80 विधानसभा क्षेत्रो व 13 जिलो के किसानो व आमजन को सिंचाई एवं पेयजल सहित उधोगो को भी पानी मिल सकेगा। और बेरोजगारी से जुझ रहे इन सभी जिलो में रोजगार के नये संसाधन विकसित होगे । वहीं सिंचाई के अभाव में बंजर पडी करोडो हेक्टेयर भूमि भी उपजाउ बनेगी। जिससे किसानो की आय में वृद्वि होगी। ज्ञापन में बताया है कि इस परियोजना के तहत इन सभी जिलो में होकर बहने वाली और कई दर्शको से सूखी पडी नदियो को चम्बल से जोडकर इनमें बर्षा रितु में व्यर्थ वहकर समुद्र में जाने वाले पानी को रोककर इन नदियो में छोडा जाऐगा। जिससे पूरे प्रदेश में खुशहाली आऐगी। ज्ञापन सौपते समय किसान संघर्ष समिति के सदस्य रामेश्वार धाकड, रामखिलाडी जाटव, मुरारीलाल सैनी, बबलूसिहं आदि भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के नाम सौपे गऐ ज्ञापन में बयाना के बन्ध बारैठा बांध का पानी केवल क्षेत्र के किसानो व ग्रामीणो को सिंचाई एवं पेयजल आपूर्ति किये जाने तथा बयाना-वैर-भुसावर- उच्चैन- रूदावल आदि इलाको को भी चम्बल लिफट परियोजना में शामिल कर काम शुरू कराने और पांचना का पानी भी गंम्भीर नदी में समय समय पर छोडे जाने की मांग की है।
बयाना से राजीव झालानी की रिपोर्ट,,,,,