दुर्गाष्टमी पर कैलादेवी झीलका बाडा में उमडा श्रद्धा का सैलाब, कोरोना पर आस्था भारी
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी) नवरात्रा सप्ताह की अष्टमी के अवसर पर बुधवार को यहां के प्रमुख धार्मिक आस्था व श्रद्धा के केन्द्र श्रीकैलादेवी झीलकाबाडा में कोविड गाइड लाइन के प्रतिबंधों के बावजूद श्रद्धा का सैलाब उमड पडा था। बुधवार को इस मंदिर में यात्रीयों की दिनभर रेलमपेल बनी रहने से पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पडी थी। किन्तु इस दौरान देवस्थान विभाग के अधिकारी व वहां तैनात किए गए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नदारद रहे। जिस पर श्रद्धालुओं ने भी रोष जताया। नवरात्रा सप्ताह के दौरान भी देवस्थान विभाग की ओर से मंदिर क्षेत्र में पेयजल के कोई भी इंतजाम नही किए जाने व वहां पर बनी पानी की सभी टंकिया सूखी पडी होने से यात्रीयों को काफी परेशानीयों का सामना करना पडा। मंदिर परिसर में स्थित रवि कुंड सरोवर व कालीसिल कुंडों के भी नवरात्रा सप्ताह में भी सूखे पडे होने से श्रद्धालुओं को निराश हुई।
धार्मिक परम्पराओं के अनुसार श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश व पूजा अर्चना से पूर्व इन कुंडों में स्नान या जल आचमन करते है। और इन कुंडों के पवित्र जल को माता के आर्शीवाद के रूप में मानते हुए इन कुंडों के जल के छींटे अपने उपर व अपने परिवारजनों के उपर छिडकते हुए सभी दुखों व कष्टों की मुक्ति की कामनाऐं करते है। किन्तु इस बार इन कुंडों के सूखे पडे होने से उन्हें निराशा हुई। बुधवार को दुर्गाष्टमी के अवसर पर भारी भीडभाड के चलते अज्ञात जेबकटों व चैनकतरों ने भी अपने हाथ का कमाल दिखाते हुए आधा दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम दिया।