जन्माष्टमी पर आंदोलनकारी ब्रजवासी लेंगे कान्हा के पर्वतों को खनन मुक्त व संरक्षित कराने की सामूहिक सौगन्ध
कनकाचल व आदिबद्री पर्वत को संरक्षित करने के लिए सरकार नहीं मानी तो होगा व्यापक उग्र आंदोलन के साथ असहयोग आंदोलन - पूर्व विधायक गुर्जर
ड़ीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन)-आदिबद्री और कंकाँचल पर्वत पर हो रहे विनाशकारी खनन के विरोध में ड़ीग के गांव पसोपा में जारी धरने के 226 दिन रविवार को क्रमिक अनसन के 21वे दिन बृषभान शरण बाबा, परशुराम बाबा ,बंगाली बाबा, रघुनाथ दास बाबा एवं चन्नी भगत क्रमिक अनशन पर बैठे। आंदोलनकारी साधु-संतों ने आगामी आंदोलन के कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए सक्रिय सदस्यता अभियान के तहत रविवार को ड़ीग क्षेत्र के बडेसरा, नरैना, मबई, पांन्होरी आदि गांवों में जान संपर्क कर 500 से अधिक ब्रजवासियों को आंदोलन की सक्रिय सदस्यता दिलाई ।
रविवार को गांव बरौली डहर में संरक्षण समिति के संरक्षक गोपी गुर्जर के नेतृत्व में एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें समाज के प्रबुद्ध लोगों ने हिस्सा लिया तथा उपस्थित 300 से अधिक लोगो को सभा स्थल पर ही आंदोलन का सक्रिय सदस्य बनाया गया एवं उन्हें ब्रजभूमि, ब्रज की पौराणिक संपदा, पर्वतों और संस्कृति की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने की शपथ दिलाई गई।
इस अवसर पर उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए पृर्व विधायक गोपी गुर्जर ने ब्रज के हर वर्ग के लोगो से जब तक ब्रज की पौराणिक संपदा एवं ब्रज के दोनों आराध्य पर्वत पूर्ण तरह सुरक्षित नहीं हो जाते हैं तब तक सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओ का बहिष्कार कर अपना विरोध प्रदर्शित करे । उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री व उनके सचिवों से निर्णायक बैठक की प्रतीक्षा कर रहे हैं। लेकिन यदि शीघ्र ही बैठक संपन्न होकर दोनों पर्वतों के संरक्षण का मार्ग प्रशस्त नहीं होता है तो आंदोलन को उग्र करने के साथ-साथ एक व्यापक असहयोग आंदोलन भी चलाया जाएगा। इस पर उनके साथ आए पूर्व विधायक मोतीलाल ने इस पर अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया ।
रविवार को मान मंदिर के कार्यकर्ताओं की टोली ने राधाकान्त शास्त्री के नेतृत्व में वृंदावन व गोकुल के निकटवर्ती गांवों में जनसंपर्क कर सभी ग्राम वासियों को पुनः बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहने के लिए कहा। इस अवसर पर उनके साथ मान मंदिर की वरिष्ठ साध्वीयां, साधु एवं साधकजन शामिल थे।
संरक्षण समिति के अध्यक्ष महंत शिवराम दास ने बताया कि सोमवार को जन्माष्टमी के अवसर पर आदि बद्री धाम में ब्रज के दोनों पर्वतों को खनन मुक्त एवं संरक्षित करवाने के आह्वान को लेकर एक विशाल सभा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें हजारों की संख्या में ब्रजवासियों की आने की संभावना है। उन सभी को ब्रज के पर्वतों के इस आंदोलन में सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा ।