आदि वृंदावन कामवन की पंचकोसी यात्रा का हुआ शुभारंभ
पालिकाध्यक्ष गीता खंडेलवाल ने आरती उतार कर किया यात्रा का शुभारंभ
भरतपुर जिले के कामा कस्बे में हर वर्ष लगने वाली पंचकोशी परिक्रमा पर कोरोना वायरस का खासा असर दिखाई दे रहा है। पंचकोसी परिक्रमा कोरोना गाइडलाइन के अंतर्गत शुरू हुई । आज सुबह 8:00 बजे मंदिर श्री राधाबल्लभ जी में संपूर्ण विधि-विधान द्वारा पंचकोसी परिक्रमा का शुभारंभ नगर पालिकाध्यक्ष गीता खंडेलवाल ने किया। जिसमें कस्बे के भक्तगण व पुजारी मौजूद रहे। यह पंचकोस परिक्रमा कामा क्षेत्र के विभिन्न तीर्थ स्थलों से होकर 5 दिन तक चलती है। यात्राध्यक्ष पंडित विष्णु कौशिक के नेतृत्व में शुरू हुई पंचकोसी यात्रा इस परिक्रमा में हर वर्ष कस्बे की हजारों महिलाएं पुरुष भाग लेते हैं थे लेकिन अब की वार भी कोरोना के कारण अत्यधिक भक्तगण भाग नही ले सके।
यात्रा पंण्डा़ आशुतोष कौशिक ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा स्थली कही जाने वाली भूमि कामा हो कामवन के नाम से भी जाना जाता है ।
बताया जाता है कि यहां पर भगवान श्री कृष्ण ने अपने ग्वाल वालों के साथ लीला की उन्हीं लीलाओं को व्यास द्वारा कथावाचक के रूप में सुनाया जाता है और लोग यहां पर भगवान श्री कृष्ण के क्रीडा स्थली मैं बने हुए पद चिन्हों का झांकियों के दर्शन कर लाभ प्राप्त करते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार हम आपको बता देते हैं कि भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा स्थली कामवनधाम आदि वृंदावन धाम में हर वर्ष हजारों की संख्या में भक्तगण पंचकोसी परिक्रमा में भाग लेते हैं और भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का आनंद प्राप्त करते हैं ।