आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर आज देश भर के तहसील कार्यालयों पर बहुजन समाज के लोगों ने विभिन्न मांगों को लेकर सौपा ज्ञापन
जल जंगल जमीन के असली वासी आदिवासी फिर ये कैसा अन्याय:- सुरेश मीणा शीशराम सिलोलिया
उदयपुरवाटी (झुंझुनू,राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद के तत्वाधान में गुरुवार को देश में आदिवासियों पर हो रहे अन्याय अत्याचार के विरोध में देशव्यापी चरणबद्ध आंदोलन के तहत उदयपुरवाटी उपखंड कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर तहसीलदार सोनू आर्य को ज्ञापन सौंपा गया। धरने पर बड़ी संख्या में एससी एसटी ओबीसी तथा अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शामिल हुए। धरने को बहुजन क्रांति मोर्चा के जिला संयोजक शीशराम सिलोलिया, आदिवासी मीणा सेवा संघ के प्रदेश प्रधान सुरेश मीणा किशोरपुरा, राम सिंह मीणा, सामाजिक क्रांतिकारी नेता राजेश बाकोलिया, अखिल भारतीय अंबेडकर महासभा के झुंझुनू जिला महासचिव जगदीश प्रसाद महरानियां, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के जिलाध्यक्ष रतन मीणा जोधपुरा, सामाजिक कार्यकर्ता बलराम सैनी हीरवाना, टोडा राम मीणा आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर आदिवासी नेता सुरेश मीणा किशोरपुरा ने कहा कि देश में आए दिन आदिवासियों पर अत्याचार व अन्याय की घटनाएं घटित हो रही है जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आदिवासियों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा नित नए कानून बनाए जाते हैं। लेकिन उनको अमल में नहीं लाया जाता है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में आदिवासियों का बड़ा योगदान रहा है। आदिवासी ही असली प्रकृति पुत्र हैं। जल जंगल जमीन के असली वासी आदिवासी ही है।
भारत में महाराणा प्रताप की, चाहे तात्या टोपे की हर एक युगपुरुष को ऊंचाइयों तक ले जाने वाला आदिवासी समाज ही है। उन्होंने बिरसा मुंडा का उदाहरण देते हुए कहा कि आदिवासियों में ऐसे ऐसे योद्धा हुए हैं जिन्होंने देश और दुनिया में नाम कमाया है। आदिवासियों के साथ में कोई भी सरकार अन्याय करेगी तो आने वाले समय में आदिवासी समाज के साथ मिलकर सभी बहुजन सरकार का सूपड़ा साफ करने का कार्य करेंगे। धरने पर बारवा में हुई घटनाक्रम को लेकर वक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ खूब भड़ास निकाली। वक्ताओं का कहना था कि बसावा के सुमेर मीणा को तथा देवगढ़ के राधेश्याम गुर्जर अध्यापक को सरेआम झूठा मुकदमा लगाकर जेल में ठूंसा गया है। जिसको लेकर बहुजन समाज पुलिस प्रशासन के खिलाफ आंदोलन चलाएगा उच्च न्यायालय जाएगा और दोषी अधिकारियों को के खिलाफ कार्यवाही करवाएगा। विद्यार्थी मोर्चा परिषद के राजवीर सिंह टोडी, हजारी मीणा टोडी, महेंद्रसिंह, भगवानाराम , राकेश आदि सहित कई लोग मौजूद रहे।