भागवत कथा के माध्यम से हो रहा है ब्रज के पर्वतों की रक्षा के लिए जनजागरण
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) आदिबद्री व कंकाचल पर्वतीय क्षेत्र में हो रहे विनाशकारी खनन के विरोध में गाँव पसोपा में 16 जनवरी से चल रहे अनिश्चतकालीन धरने के 30वे दिन रविवार को धरना स्थल पर आयोजित भागवत कथा के माध्यम से ब्रज के पर्वतों की रक्षा को ले कर अभूतपूर्व जनजागरण किया गया। बाल साध्वी गौरी देवी ने भागवत कथा के दूसरे दिन अपार जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्य पर्वतों की रक्षा का संकल्प ब्रज के मूर्धन्य संतों ने लिया है उनका संकल्प अवश्य पूरा होगा क्यों कि महा पुरुषों में जो सामर्थ्य होती है वह भगवान में भी नहीं। उन्होंने कहा कि यही जो ये ब्रजवासियों का जनसैलाव एकत्रित होरहा है इससे भी सिद्ध हो गया है कि प्रभु भक्तो महा पुरुषों ब्रज वासियों की भावना का आदर अवश्य करेंगे।
इस मौके पर सरपंच विजय सिंह व सरपंच सुल्तान सिंह ने आदोंलन के आगे के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 18 फरवरी को ब्रज के पर्वतों की रक्षा के लिए विशेष किसान पंचायत का आयोजन किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि इसमे किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह व अन्य राष्ट्रीय किसान सगंठन के प्रतिनिधि शामिल होंगें । साथ ही सोमवार को ग्रामीणों व साधु संतों द्वारा उपखंड अधिकारी पहाड़ी के कार्यालय का घेराव भी किया जाएगा भागवत कथा के आयोजन से आस पास के गावों में उत्सव का सा वातावरण बना हुआ है । अनेक गावों से ग्रामीण व महिला के समूह कीर्तन करते हुऐ कथा स्थल पर पहुंच रहे है । पहाड़ी के प्रमुख शिक्षाविद केसरी सिंह ने कथा मंच से कहा कि पौराणिक ग्रंथों के अनुसार ब्रज के पर्वत केवल भारत के ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व की धरोहर हैं व इनको नष्ट करना विश्व में अमंगल ही लाएगा । मानमंदिर के अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने कथा के अंत मे बताया कि सरकार के केंद्रीय नेतृत्व को भी इस आंदोलन की सूचना दे दी गई है । उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 17 फरवरी तक प्रशासन ने ब्रज के पर्वतों की रक्षार्थ कार्यवाही प्रारम्भ नहीं की तो इस मुद्दे को लेकर शीघ्र जयपुर जा कर प्रदर्शन किया जाएगा । कथा का समापन ब्रज के पर्वतों की रक्षा के नारों व आदिबद्री पर्वत की महाआरती के साथ हुआ । इस कार्यक्रम में सेकड़ो ग्रामीणों के अतिरिक्त मुख्य रूप से आदिबद्री महंत शिवराम दास, बाल साध्वी मधुबनी, सत्यप्रकाश यादव, सरपंच जलाल खान, मानमंदिर के सचिव ब्रजदास, सरपंच विजयसिंह, हरि बोल दास बाबा, भूरा बाबा, गोपाल दास, कृष्ण दास बाबा, ब्रजकिशोर बाबा, कृष्ण चैतन्य बाबा, ब्रजराज बाबा आदि मोजूद थे 18 फरवरी को पसोपा में होगी ब्रज के पर्वतों की रक्षा के लिए किसान पंचायत , किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगें शामिल