ओएलएक्स ठगों को फर्जी सिम बेचने वाले शातिर अपराधी को रामगढ पुलिस ने किया गिरफ्तार
रामगढ (अलवर, राजस्थान) पुलिस द्वारा ओएलएक्स , फेसबुक,वाट्स्अप के माध्यम से साइबर ठगी करने वालों की धरपकड अभियान के अनतर्गत कार्यवाही करते हुए फर्जी नंबरों की सिम बेच ठगी कर लोगों को दो से ₹4000 में अन्य प्रांतों के आधार वैरिफिकेशन कर सिम बेचने वाला शातिर अपराधी रामगढ़ थाना पुलिस द्वारा मुखबिर की सूचना परक्यूआरटी टीम संख्या 3 के सहयोग से किया गिरफ्तार।
शातिर अपराधी के पास जिओ और वोडाफोन आइडिया की 42 फर्जी सिम भी पुलिस ने बरामद की।
फर्जी सिम को दूसरे प्रांतों से सस्ते में मंगा कर दो से ₹3000 में प्रतिदिन के हिसाब से बेचा करता था अपराधी।
रामगढ़ थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल निजामुद्दीन को सूचना मिली कि ओ एल एक्स पर ठगी करने वाले साइबर अपराधियों को फर्जी सिम बेचने वाले शातिर अपराधी के मोबाइल नंबर हैं।
इस पर कांस्टेबल निजामुद्दीन मोबाइल नंबर 7734957501 पर संपर्क किया और दूसरे प्रांत की सिम का डिमांड की इस पर अपराधी द्वारा व्हाट्सएप चैटिंग पर आने को कहा। कांस्टेबल निजामुद्दीन ने व्हाट्सएप चैटिंग के जरिए बात की तो उसने कहा कि पेटीएम और सीकेवाईसी वाली सिम चाहिए तो उसके पैसे अधिक देने होंगे निजामुद्दीन में ऐसी दोस्ती मो की डिमांड की जिसका सौदा ₹7000 में शातिर ठग से किया ।
इस पर सिम बेचने वाले ठग ने पेटीएम या फोन पे से ₹2000 ट्रांसफर करने को कहा ।
कांस्टेबल निजामुद्दीन द्वारा ₹1000 के फोन पर से ट्रांसफर कर दिए गए और सिम देने को कहा।
इस पर ठगने रामगढ़ नोगावां रोड पर जखोपुर पुलिया पर बुलाया और अपनी बाइक के नंबर 4744 एवं काला कलर बता पहचान बता दी।
इसके बाद आज का 5:00 बजे के करीब कांस्टेबल निजामुद्दीन अपने साथ एएस्आई नरेंद्र ,एएस्आई जितेन्द्र सिंह,कांस्टेबल अनिल क्यूआरटी टीम संख्या 3 को लेकर बाइक से जकोपुर पुलिया की तरफ गया तो वहां पर बताए गए नंबर की बाइक पर एक शख्स मोबाइल देखने में व्यस्त था जैसे ही वर्दी में पुलिस को देखा तो भागने की कोशिश की इस पर पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से शातिर ठग को पकड़ सख्ती से पूछताछ की और एड्रेस पूछा तो उसने अपना नाम साहून(24) पुत्र कल्लू जाति मेव निवासी अलावड़ा होना बताया। ठग की तलाशी लेने पर 13 सिम जियो कम्पनी और 29 सिम वोडाफोन आइडिया की जेब से बरामद की ।सभी सिमों पर कुछ अंक लिखे हुए थे।इनके बारे में पूछने पर सिम के मोबाइल नं और केवाईसी वैरीफिकेशन के लिए आधार के अंतिम चार अंक लिखे हुए होना बताया।
एएस आई नरेन्द्र ने बताया कि अपराधी से पूछा सिम कंहां से आई तो उसने हमें एक मोबाइल नं बताया और कहा कि इस नं से खरीद कर 400 रू सिम के हिसाब से फोनपे से भुगतान कर मंगवा ऊंचे दामों में बेचता हूं।
पुलिस द्वारा ठग को गिरफ्तार कर कानूनी कार्यवाही शुरु कर दी ग्ई है।