संत और सूर्य कभी भी एक जगह नहीं रुकते- जैन मुनि आचार्य संयम सागर
भरतपुर,राजस्थान / पदम चंद जैन
डीग (1दिसम्बर)- संत और सूर्य कभी भी एक जगह नहीं रुकते यह जहां भी जाते हैं वहां अंधकार मिटाते हैं ,और रोशनी फैलाते हुए अज्ञानता के अंधेरे को हटाकर के ज्ञान को प्रकाशित करते हैं। यह वात कस्बे के पुरानी डीग स्थित दिगंबर जैन मंदिर में प्रवचन करते हुए बाल आचार्य संयम सागर ज महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि संत बहती हवा होते है, जो हर जगह अपनी सुगंध फैलाते हुए जाते है। उन्होंने कहा कि पैसे को जेब में रखो दिमाग में नहीं ।अगर दिमाग में पैसा रखोगें तो दिमाग खराब होगा। इस मौके पर गोपाल जैन ,संजय जैन, अजय ,सुशील ,नरेश, धर्मेंद्र ,गणेश, महावीर, रमेश ,ओमी, संजू जैन आदि सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग उपस्थित थे ।