ग्रामीण मेधावी युवकों का भारतीय सिविल सेवा में चयन
बयाना भरतपुर
बयाना 04 अगस्त। पुरानी व चर्चित कहावत गुदडी के लाल वाली कहावत बयाना के 2 होनहार ग्रामीण युवकों ने सटीक चरितार्थ करते हुए अपना व अपने परिवार सहित अपनी जन्मभूमि का नाम भी रोशन किया है। निकट के गांव नगलातुला मूल के होनहार छात्र डाॅ. जीतेन्द्र अग्रवाल व गांव चैखंडा निवासी पुष्पेन्द्र गहलोत का भारतीय सिविल सेवा में चयन हुआ है। इस चयन को लेकर दोनों के गांवों व पडौसीयों सहित परिवार में भी उत्सव का माहौल है। उनके यहां बधाईयों व मिठाईयों का तांता लगा हुआ है। डाॅ.जीतेन्द्र अग्रवाल ने भारतीय सिविल सेवा में 128 वीं रैंक व पुष्पेन्द्र गहलोत ने 706 वीं रैंक प्राप्त की है। डाॅ.जीतेन्द्र का जन्म बयाना के भीतरबाडी मौहल्ला में हुआ था। वह शुरू से ही पढाई लिखाई में अव्वल रहा है। उसके पिता मुरारीलाल जिंदल व्यवसायी व मां मायादेवी जिंदल गृहणी है। जिन्होंने बताया कि उनका पुत्र डाॅ.जीतेन्द्र अग्रवाल ने वर्ष 2010 में एमबीबीएस व 2014 में एमडी कर गुजरात चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाऐं दी थी। अब वह गुजरात प्रशासनिक सेवा में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर गांधीनगर में तैनात है। भारतीय सिविल सेवा में पहले ही प्रयास में उसने 128वीं रैंक प्राप्त की है। डाॅ.जीतेन्द्र की पत्नी भी इसरों में प्रशासनिक अधिकारी है। इसी प्रकार उपखंड के गांव चैखंडा निवासी पुष्पेन्द्र गहलोत भी शुरू से पढने में होशियार रहा है। उसने तीसरे प्रयास में 706 वीं रैंक प्राप्त कर सफलता हासिल की है। इस युवक की बडी बहन कर्नाटक के उडूपी जिले में आईएएस अधिकारी है व इसके पिता चूरामन मीणा आईओसी दिल्ली में मुख्य प्रबंधक के पद पर तैनात हैै व मां गृहणी है। इस मेधावी युवक ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता व अन्य परिजनों और बुजुर्ग ग्रामीणों से प्राप्त आर्शीवाद को देते हुए बताया है कि वह देश के प्रति निष्ठावान और समर्पित अधिकारी के रूप में देश की सेवा करना चाहता है।
संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट