शंखनाद फाउंडेशन ने मनाई महाराणा प्रताप जंयती व गाड़िया लोहारों का किया सम्मान
भरतपुर जिले के नगर कस्बे में आज शंखनाद फाउंडेशन संस्था नगर द्वारा महाराणा प्रताप जी की जन्म जयंती मनाई जिसमे प्रताप जी को प्रतिमा को गाड़िया लोहार परिवार के प्रमुख व्यक्तियो द्वारा माल्यापर्ण किया और टीम ने गाड़िया लौहारो के प्रमुख व्यक्तियो का सम्मान किया और फल केला वितरण की।
भाग संयोजक सागर मित्तल के कहा कि महाराणा प्रताप अद्भुत शौर्य, अदम्य साहस और दृढ संकल्प के अद्वितीय प्रतीक हैं।वो एक ऐसे महान योद्धा व शासक थे जिन्होंने राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति तक दे दी पर अधर्म के आगे झुके नहीं। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की जन्म-जयंती के अवसर पर आज महाराणा प्रताप के वंशज कहे जाने वाले गाड़िया लौहार परिवार के बीच कोरोना गाइड लाइन का ध्यान रखते हुए मनाया गया जिससे नई पीढ़ी भी अपने पूर्वज प्रताप जी के साथ स्वयं के समाज के मातृ भूमि की रक्षा के लिए किए गए संघर्ष को याद रख सके। महाराणा प्रताप मेवाड़ प्रांत के शासक थे और तब कभी न हराए जा सकने वाले मुगलों से भिड़ गए थे। महाराणा प्रताप अपने अदम्य साहस और कभी भी हार नही मानने वाले रवैये की बजह से उन्हें भारतीय इतिहास में सम्मानपूर्वक देखा व पढ़ा जाता हैं। आज भी महाराणा प्रताप का ज्रिक समस्त भारतीयों के लिए गर्व का विषय हैं।शौर्य ,वीरता , मातृ भक्ति व स्वाभिमान में हमेशा याद रहकर युवाओ के आदर्श व प्रेरणा स्रोत रहेंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ घुमन्तु कार्य खंड नगर के सदस्य तैय्यब गाड़िया लौहार ने बताया कि सैंकड़ों साल बाद भी हम गाड़िया लोहार महाराणा प्रताप से किया वादा निभा रहे हैं। हमने प्रतिज्ञा ली जब तक मेवाड़ मुगलों से आजाद नहीं हो जाता और महाराणा गद्दी पर नहीं बैठते, तब तक हम कहीं भी अपना घर नहीं बनाएंगे और अपनी मातृभूमि पर नहीं लौटेंगे तब से आज तक अपने वचन का पालन करते हुए गाड़िया लोहार चितौड़ दुर्ग पर नहीं चढ़े है और घुमन्तु/ घुमक्कड़ जीवन जी रहे हैं हमे गर्व हैं हम महाराणा प्रताप के वंशज हैं। इस मौके पर बक्कल, वीरवती , महमू गाड़िया लौहार, सुनील सैनी, पिंटू , विष्णु प्रजापत,राजेन्द्र सैनी ऋषभ जैन ,तरुण मित्तल ,कपिल जांगिड़ मौजूद रहे।
- रिपोर्ट- लवेश मित्तल