सीएचसी डीग से सीबीनाट मशीन को जयपुर मगा लेने से क्षय रोगियों को उठानी पड़ रही है भारी परेशानी, जिम्मेदार बने हैं बेखबर
भरतपुर, राजस्थान
डीग (27 अक्टूबर) सीएचसी डीग से करीब 6 माह पूर्व सीबीनाट मशीन को चिकित्सा विभाग द्धारा जयपुर मगा लेने से क्षेत्र के क्षय रोगियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गरीब रोगियों को महंगे पैसे खर्च कर मजबूरन निजी लेवो पर यह जांच करवानी पड़ रही है
प्रधानमंत्री मोदी के टीवी मुक्त भारत 2025 अभियान के तहत सीवीनाट मशीन सीएचसी डीग पर लगवाई गई थी जिसके चलते डीग उपखंड सहित नगर, कामा, पहाड़ी, सीकरी आदि क्षेत्र के टीवी मरीजों को इसका लाभ मिल रहा था। यह मशीन डीग सीएचसी के अतिरिक्त टीवी हॉस्पिटल भरतपुर में ही उपलव्ध है। डीग में मशीन ना होने की वजह से इस क्षेत्र के टीवी मरीजों को भरतपुर जाना पड़ रहा है जहां से मरीजों को जांच रिपोर्ट मिलने में 2 से 3 दिन लग जाते हैं। अगर मरीज प्राइवेट लैब पर टीवी की जांच करवाएं तो लगभग 5 हजार रुपये में होती है जोकि गरीब मरीज के बूते के बाहर है। जबकि डीग सीएचसी पर लगी मशीन से मात्र 2 घंटे बाद ही मरीज को जांच रिपोर्ट मिल रही थी। सीएचसी प्रभारी डॉ नंदलाल मीणा ने बताया कि सीबीनाट मशीन सीएचसी डीग पर अप्रैल 2018 में लगी थी जो निरंतर काम कर रही थी, कोविड-19 शुरू होने पर राज्य सरकार द्वारा मशीन को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में मंगवा लिया था जो अभी तक सीएचसी पर वापस नहीं आई है। मशीन को पुनः डीग मंगवाने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा गया है।
- पदम जैन की रिपोर्ट