सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों को बनी टेंशन,उम्र के अंतिम पडाव पर धक्के खाने की मजबूरी
पेंशन की खातिर तय करनी पड रही 6 किलोमीटर की दूरी
भरतपुर,राजस्थान
डीग (10 नबम्बर) सरकार की ओर से सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत बुजुर्ग महिला पुरुषों सहित दिव्यांगजनों को शुरु की गई सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थियों को टेंशन साबित हो रही है।ग्राम पंचायत दाँतलौठी के ग्राम गारौली निवासी अतरी नामक एक बुजुर्ग विधवा महिला जो उम्र के अंतिम पडाव पर है जिसकी उम्र लगभग 80 साल जिसे अब चारपाई पर आराम करने की दरकार है उसे पेंशन की खातिर धक्के खाने पर मजबूर होना पड रहा है।बुजुर्ग महिला की आंखों की धुंधली रोशनी,दबी लडखडाती जुबांन से बुदबुदाते हे!राम के शब्द बरबस राह गुजरते हर किसी शख्स को द्रवित कर देता है आखिर पेंशन लेने की मजबूरी की खातिर 6 किलोमीटर की दूरी तय कर उन्हें उम्र के अंतिम पडाव पर हिचकोलों का दंश झेलना पड रहा है।बुजुर्ग महिला का पंजाब नैशनल बैंक में खाता खुला हुआ है जिसमें सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत 1500 रु.बतौर मासिक पेंशन राशि उसके खाते में जमा होती है।उस बुजुर्ग महिला को परिजन हर माह कस्बा जनूथर की बैंक शाखा पर गाँव से साईकिल पर लेकर आते हैं जहाँ से कस्बा जनूथर 3 किलोमीटर दूर है इस प्रकार दोनों ओर से बुजुर्ग महिला को 6किलोमीटर की दूरी तय करने पर मजबूर होना पड रहा है।मंगलवार को परिजन उसे पेंशन की खातिर कस्बा जनूथर की बैंक शाखा लेकर आये मगर राशि नहीं आने की बात सुन उन्हें हताश होना पडा।आधार कार्ड में फिंगरप्रिंट नहीं आने से बैंक बीसी के जरिये पेंशन की निकासी नहीं होने के कारण बुजुर्ग महिला को धक्के खाने पर मजबूर होना पड रहा है।यह अकेली इस बुजुर्ग महिला का मामला नहीं है उप खंड में सैकड़ो की संख्या में ऐसे मामले हो सकते हैं जिनके फिंगरप्रिंट नहीं आने से बुजुर्गो को बैंक शाखा की ओर कूच करना पडता है जहाँ लंबी कतार में खडे होने पर उनका साहस जबाब दे देता है।
पदम चंद जैन की रिपोर्ट