आंदोलनकारियों ने की खनन परिवहन के मार्गों को 16 अप्रैल से पूरी तरह बंद करने के लिए ब्रज के गांवो जनसंपर्क और नुक्कड़ सभाएं
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) ड़ीग उपखंड के गांव पसोपा में आदिबद्री व कनकाचल पर्वत पर हो रहे विनाशकारी खनन के विरोध में 16 जनवरी से जारी धरने के 86 वे दिन सोमवार को आंदोलनकारियों ने बैठक कर संपूर्ण क्षेत्र में खनन पत्थरों के आवागमन को पूर्णता बंद करने की रूपरेखा तैयार करके योजना को मूर्त रूप देने के लिए गांव-गांव जाकर सघन प्रचार प्रारंभ किया। पूर्व विधायक गोपी गुर्जर व मानमंदिर के कार्यकारी अध्यक्ष राधा कांत शास्त्री के नेतृत्व में क्षेत्र के झेंझपुरी,गढ़ी झील पट्टी,जाजमका, ओलंदा, खेड़ा, बाँसोली, घोघोर,बरौली धाऊ, नागल, पसोपा व अलीपुर में घर में जाकर जनसंपर्क व नुक्कड़ सभाए करके ग्रामीणों को ब्रज क्षेत्र से खनन पत्थरों को ले जाने वाले सभी मार्गों को बंद करने के लिए एकजुट किया गया ।
पृर्व विधायक गोपी गुर्जर ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांग को पूरा नही करती तब तक हम खनन किए हुए पत्थरों को ब्रज क्षेत्र से नहीं जाने देंगे अब 16 अप्रैल से ब्रज के किसी भी गांव से कनकाचल व आदिबद्री पर्वत से खनन किया हुआ एक भी पत्थर नहीं जाने दिया जाएगा । गांव घोघोर में हुई विशाल पंचायत के दौरान राधाकांत शास्त्री ने कहा कि वह नियमित रूप से मुख्यमंत्री कार्यालय के संपर्क में है एवं कनकाचल और आदिबद्री को वन संरक्षित क्षेत्र में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया जारी है व शीघ्र ही इस विषय में आवश्यक आदेश पारित भी किया जाएगा लेकिन 16 अप्रैल से कनकाचल और आदिबद्री पर खनन कर परिवहन किया गया तो ग्रामवासी उसको रोकेंगे एवं उसका सारा माल खलवा लेंगे । इसकी सूचना हम 15 अप्रैल को विधिवत तरीके से जिलाधिकारी से मिलकर देंगे व जिला प्रशासन को 16 तारीख प्रातः 10 बजे तक का समय दिया जाएगा उसके पश्चात सारे मार्गों पर हमारे आंदोलनकारी तैनात होकर खनन पत्थर ले जा रहे वाहनों को पूर्णता रोक देंगे ।