कामां थानाधिकारी खिलाफ छेडछाड के आरोप मिले निराधार, जांच में थानाधिकारी को मिली क्लीन चिट
कामां (भरतपुर,राजस्थान/ हरिओम मीणा) -तीन मार्च को एक महिला ने कामां थानाधिकारी कमरुद्दीन खान पर थाना परिसर में स्थित क्वाटर पर बुलाकर छेडछाड के आरोप लगाये है जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय भरतपुर वंदिता राणा को मौके पर भेजकर त्वरित जांच करवाई गई और जांच के लम्बित रहने के दौरान थानाधिकारी कमरूद्दीन खॉन को पुलिस लाईन भरतपुर में बुलबाया गया जिससे कि जांच प्रभावित ना हो।
जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी त्वरित जांच करवाई गई जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय वंदिता राणा ने जॉच मे पाया कि भूखण्ड को लेकर परिवादिया व दूसरे पक्ष के बीच पुराना विवाद चल रहा है। जिसकी पंचायत भी हुई थी। भूखण्ड विवाद को लेकर दिनांक 24जनवरी को दोनों पक्षों में झगडा हुआ जिसके संबंध में एक मुकदमा कामां थाने में दर्ज हुआ था। जिसमें थानाधिकारी द्वारा अनुंसंधान के दौरान परिवादिया के चाचा शरीफ खॉन को गिरफ्तार किया गया था। और परिवादिया पक्ष के ही एक व्यक्ति के घर से सिंथेटिक दूध व रसायन बरामद होने पर थानाधिकारी द्वारा एक अन्य मामला आईपीसी व 48 खाद्य सुरक्षा अधि0 2006 के अन्तर्गत दर्ज किया गया था। पुलिस द्वारा सिंथेटिक दूध के मामले में दर्ज किये गये मामले मे पुलिस पर अनुचित दबाब बनाने के लिये न्यायायल न्यायालय से जरिए इस्तगासा पुलिस अधिकारियों पर एक मामला भी दर्ज करवाया गया इन मामलों में पुलिस पर दबाब बनाकर अपने पक्ष में कार्यवाही के लिये परिवादिया ने थानाधिकारी थाना कामां के खिलाफ क्वार्टर पर बुलाकर छेड़छाड़ की झूठी शिकायत की थी और जांच के दौरान परिवादी महिला आरोपी थानाधिकारी को पहचान भी नहीं पाई थी। जांच में महिला द्वारा की गई शिकायत पूरी तरह निराधार पाई गई। छेडछाड की झूठी शिकायत करने वाली महिला के खिलाफ पुलिस अब विधि संवत कार्यवाही की जायेगी।