बारिश ने किसानों के अरमानों पर फेरा पानी, सकट क्षेत्र के कई गांवो में खेतों में कटी फसलें भीगी किसान चिंतित
सकट (अलवर, राजस्थान) सकट कस्बा सहित आसपास के कई गांवों में रविवार की रात्रि व सोमवार को दोपहर के समय बारिश होने से। किसानों के खेत खलियान में काट कर पटक रखी खरीफ की फसल मक्का बाजरा ज्वार आदि फसलें भीग गई। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि इन दिनों खेतों में खरीफ की फसल मक्का बाजरा ज्वार व तिल की फसलों की कटाई जोरों से चल रही है। लेकिन क्षेत्र में गत कई दिनों से बारिश हो जाने के चलते खेत खलियानों में काट कर पटक रखी बाजरे व ज्वार की बालियों सहित तिल्ली की फसल भीग गई। जिससे किसानों को बाजरे की फसल की बालियों को अंकुरित होने का डर छता रहा है, साथ ही खेतों में कटी पड़ी बाजरे की कड़वी पानी में भीगने के कारण काली पडकर खराब होने लगी है। किसानों ने बताया कि सकट क्षेत्र के दर्जनों गांव में इन दिनों बाजरे की फसल की कटाई चल रही है। लेकिन बारिश किसानों के अरमानों पर पानी फेर रही है उनका कहना है कि जिन किसानों के खेतों में बालिया भीग गई और उनको एकत्रित कर तिरपालों से ढक दिया उन फलियों का अंकुरित होने के डर के साथ ही सड़ने की आशंका है। प्याज की फसल में भी हो रहा है नुकसान इन दिनों क्षेत्र में हो रही बारिश से प्याज की खेती करने वाले किसान भी चिंतित दिखाई दे रहे हैं क्योंकि प्याज की फसल पैदा करने वाले किसानों के भी प्याज की फसल मैं नुकसान हो रहा है, प्याज की फसल पैदा करने वाले किसानों ने बताया कि उनके प्याज की फसल में बारिश के चलते गलन व जलेबी रोग का प्रकोप ज्यादा हो रहा है, जिससे प्याज की फसल नष्ट होती जा रहे हैं। पछेती फसल वालों को हो रहा है लाभ, बारिश से क्षेत्र में जिन खेतों में बाजरे की पछेती फसलों की बुवाई हुई है वहां अभी फसले पकने में करीब एक पखवाड़े का समय लगेगा। ऐसे में यह बरसात उनके खेतों में फायदा ही कर रही है,साथ ही इन दिनों की बारिश से किसानों को अपने खेतों में रवि की फसल सरसों चना की पैदावार होने की भी आस बंधी है वह बारिश से एनीकट जोहड़ों में भी पानी की आवक हुई है जिससे भूमिगत जलस्तर में इजाफा होने से कुए व बोरिंगो में पानी का जल स्तर बढ़ेगा ।
- संवाददाता राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट