क्रशरों से रंगदारी वसूलने वाली गैंग का सरगना भाई सहित हरियाणा से गिरफ्तार
छपरा क्रशर जोन में अवैध वसूली का मामला, चार जनों की पूर्व में हो चुकी है गिरफ्तारी
भरतपुर जिले के पहाड़ी थाना क्षेत्र के छपरा क्रशर जोन में स्थित योगेन्द्र क्रशर स्टोन पर पुलिस मौजूदगी में लूटपाट कराने वाले मुख्य सरगना को पुलिस ने गुरुवार को हरियाणा में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी सुनीलकुमार गुप्ता ने बताया कि क्रशरों से रंगदारी वसूलने का आरोपी छपरा निवासी राजमल ठेकेदार पुत्र इद्दर व उसका भाई साहिल अपने चालक के साथ हरियाणा में रिश्तेदारी में छुपे हुए थे। पुलिस ने लोकेशन व मुखबिर की सूचना पर टीम गठित कर अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी। जिसमें एक टीम ने हरियाणा के पिनगांव व पुन्हाना के समीप स्थित मिलकपुर गांव से राजमल व साहिल को दबोच लिया। जबकि चालक भाग जाने मे सफल रहा। गौरतलब है कि क्रशर संचालकों के साथ लूटपाट व मारपीट करने के मामले में पुलिस ने चार जनों को बुधवार को गिरफ्तार किया था। जबकि उक्त आरोपी पुलिस को देखकर फरार हो गए थे। पकड़ा गया आरोपी राजमल राजनीतिक रसूख के कारण अब तक गिरफ्तारी से बचता आ रहा था लेकिन मामले की जांच जब उच्चाधिकारियों के निर्देश पर एएसपी मुख्यालय वंदिता राणा को सौंपी गई तो आरोपियों के खिलाफ जुर्म प्रमाणित हो गया। इसके बाद पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देशन में टीम गठित कर कार्रवाई करनी पड़ी। आरोपी के खिलाफ जिस थाना प्रभारी ने कार्रवाई करनी चाहिए उसे थाने से हटाया
आरोपी राजमल के राजनीतिक रसूख का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तत्कालिन पहाड़ी थाना प्रभारी राजेन्द्र कुमार शर्मा ने उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों पर कार्रवाई करनी चाहिए तो उन पर ही राजनीतिक दबाव के कारण गाज गिर गई। उन्हें पहाड़ी थाने से हटाकर भरतपुर बुला लिया गया। उस दौरान दिसम्बर २०२० में शर्मा ने एक रपट भी डाली थी, जिसमें साफ तौर पर कहा गया था कि आरोपी राजमल छपरा में आए दिन क्रशरों से रंगदारी वसूलता है। जिसके मामले थाने में दर्ज हैं। रपट में उल्लेख किया गया था कि राजमल छपरा इलाके में संचालित खनन लीजों व क्रशर संचालकों से अपने राजनीतिक रसूख व स्थानीय दबंगई के चलते रंगदारी वसूलने के लिए गैंग बना रखी है। जो वसूली नहीं देते उनके साथ मारपीट व लूटपाट की जाती है। इस घटनाक्रम के दौरान पुलिस ने राजमल के एक चालक को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया था। जिसको लेकर थाने के बाहर धरना प्रदर्शन तक किया गया। इसके बाद पहाड़ी थाने पर तैनात थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा को अधिकारियों ने हटाकर भरतपुर बुला लिया था।