पीलूपुरा रेल्वे ट्रेक पर सातवे दिन भी अडे रहे गुर्जर आन्दोलनकारी, सरकार के दूत बैरंग लौटे वापस
भरतपुर, राजस्थान
बयाना (सूरौठ 07 नवम्बर) गुर्जर आरक्षण आन्दोलन के चलते शनिवार को सातवे दिन भी आन्दोलनकारी पीलूपुरा रेल्वे ट्रेक पर अपनी मांगो के समर्थन में अडे रहे। वहीं वहां के सडक मार्ग पर लगा जाम वहां के ग्रामीणो ने हटा दिया । इधर इस दिन सरकार की ओर से समझौते के मंसोदे की चिटटी लेकर पहुंचे वरिष्ठ आरएएस अधिकारी रामलाल गुर्जर व हेमराजसिहं बात नही बनने पर बैरंग वापिस लौट गऐ। उनकी पीलूपुरा रेल्वे ट्रेक के पास स्थित एक ढावे के बन्द कमरे में कर्नल बैसला के पुत्र विजय बैसला के साथ काफी देर तक बातचीत हुई। जिससे वह सन्तुष्ट नही हो सके। इसके बाद विजय बैसला ने ट्रेक पर पहुंचकर आन्दोलनकारियो को सम्बोधित करते हुऐ बताया कि दोनो अधिकारी सरकार के समझौते से सम्बन्धित व्यौरा लेकर आऐ थे,जो केवल कागजी था। उन्होने दोनो अधिकारियो को स्पष्ट कह दिया है कि हमे अपनी मांगो की स्पष्ट स्वीकृति चाहिऐ इससे कम पर कोई बार्ता नही होगी। सरकार हमारी सभी मांगो को मान ले तो हम भी ट्रेक से हटने को तैयार है। आन्दोलन स्थल पर शनिवार को भी पिछले दो दिनो की भांति भीडभाड रही। आज यहां खेल मंत्री अशोक चांदना व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नीरज के पवन के आने की भी दिन भर चर्चाऐ होती रही। किन्तु वह नही आऐ। पीलूपुरा रेल्वे ट्रेक पर आन्दोलनकारियो को सम्बोधित करते हुऐ विजयसिह बैसला व अन्य वक्ताओ ने कहा कि सरकार ने हमारी मांगो का अभी समाधान नही किया तो आन्दोलन और तेज होगा। तथा 9 नवम्बर से प्रदेश भर में चक्काजाम आन्दोलन शुरू करने की भी चेतावनी देते हुऐ कहा कि केन्द्र सरकार भी हमारे आरक्षण की मांग को 9 वीं अनुसूची में शामिल कर वै़धानिकता प्रदान करने का काम करे। आन्दोलनस्थल पर कैप्टन हरप्रसाद तंवर, कैप्टन जगराम,बन्टी गुर्जर, हरदेव सरंपच सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे। इधर भूराभगत सवाई माधोपुर के लिऐ रवाना हो गऐ। बताया गया है कि भूराभगत वहां के गुर्जर समाज से सम्पर्क कर आरक्षण से सम्बन्धित मांगो व आन्दोलन को लेकर चर्चा करने गऐ है। आन्दोलन के संयोजक कर्नल किरोंडीसिहं बैसला भी शनिवार को आन्दोलनस्थल पर नही पहुचे।ं जिनके बारे में बताया गया कि वह आज दौसा के सिकन्दरा में वहां के गुर्जर समाज से इसी सिलसिले में बातचीत करने गऐ हुऐ है। आरक्षण आन्दोलन से जुडे नेताओ की सक्रियता को देखकर अब पुलिस व प्रशासन के अधिकारियो सहित गुप्तचर महकमा भी और अधिक अलर्ट हो गया है।
- राजीव झालानी की रिपोर्ट